सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का एक रोचक अंश
सरताज लोकप्रिय लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का दूसरा खंड ‘हम नहीं चंगे… बुरा न कोय’ का एक अंश पढ़िए,पुस्तक का प्रकाशन राजकमल प्रकाशन से हुआ है। कल इस पुस्तक का लोकार्पण दिल्ली के त्रिवेणी...
View Articleरूसी लेखक इवान बूनिन की कहानी ‘बर्फ़ का सांड’
नोबल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले रूसी लेखक इवान बूनिन की एक छोटी सी कहानी पढ़िए। बूनिन मानव मन और प्रकृति का चित्रण जिस बारीकी से करते हैं, वह मन को छू लेती है. आप उनकी रचनाएँ न केवल पढ़ते हैं, न...
View Articleअनन्या मुखर्जी की कैंसर डायरी के कुछ पन्ने
अभी हाल में ही ‘ठहरती साँसों के सिरहाने से : जब ज़िन्दगी मौज ले रही थी (कैंसर डायरी)’ किताब प्रकाशित हुई है राजकमल प्रकाशन से।अंग्रेज़ी में यह किताब स्पिकिंग टाइगर प्रकाशन से पहले ही प्रकाशित हो चुकी...
View Articleप्रदीपिका सारस्वत की नई कहानी ‘शायद’
युवा लेखिका प्रदीपिका सारस्वत की कहानियों, कविताओं का अपना अलग ही मिज़ाज है। वह कुछ हासिल करने के लिए नहीं लिखती हैं बल्कि लिखना ही उनका हासिल है। यह उनकी नई कहानी है- मॉडरेटर ================== मैं...
View Articleखलील जिब्रान की किताब ‘द प्रोफ़ेट’के कुछ अंश
ख़लील जिब्रान की किताब ‘द प्रोफ़ेट’ का अनुवाद आया है, अनुवाद किया है नीता पोरवाल ने- ================================== खलील जिब्रान जैसे भोर की मंद समीरण जैसे मघा नक्षत्र की वर्षा जैसे पुरवाई की...
View Articleईशान श्रिवेदी की कहानी ‘ग्योलप्पा’
ईशान श्रिवेदी का ताल्लुक़ टीवी-फ़िल्मों में की दुनिया से है, सीनियर कलाकार हैं लेकिन मेरे जैसे लोग उनके लिखे के क़ायल हैं। अपने गद्य से समाँ बाँध देते हैं। मसलन यह पढ़िए, कहानी है या संस्मरण जो भी है...
View Articleइंविटेशन एक नहीं, दो मंगाना मैं भी साथ चलूंगा – इमरोज
अमृता प्रीतम और इमरोज का रिश्ता, जिसने कभी भी, किसी तरह के सामाजिक बंधनों की परवाह नहीं की। उन्होंने अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जिया, सिर्फ एक–दूसरे की परवाह करते हुए। वे एक ही छत के नीचे दो अलग–अलग...
View Articleइमरोज से वे कहतीं – आग तुम जलाओ और रोटी मैं बनाती हूँ
संस्मरण के इस भाग में फिर मिलते हैं इमरोज से। देखते हैं कि एक भावुक व्यक्ति, एक भावुक कलाकार कैसे प्रेम–प्यार, व्यक्ति, परिवार और समाज को देखता है। अमृता के विषय में लम्बी बातचीत करने के बाद जब इमरोज...
View Articleगांधी का कला व सौंदर्य दर्शन पूर्णतः प्रकृति से उपजा सच था
कलाओं को गांधी ने किस तरह से प्रेरित किया इसको लेकर एक छोटा सा लेख लिखा है कलाकार-लेखक राजेश्वर त्रिवेदी ने-मॉडरेटर ==================================================== गांधी ने भी अन्य लोगों की तरह...
View Articleपाब्लो का प्रेमी तथा अन्या कविताएँ: अमृत रंजन
किशोर कवि अमृत रंजन अब धीरे धीरे वयस्क हो रहा है और उसकी कविताएँ भी अपना रंग बदल रही हैं। ये उसकी सबसे नई कविताएँ हैं- प्रभात रंजन =================== पाब्लो का प्रेमी कितना प्रेम है? बहुत ज़्यादा।...
View Articleयतींद्र मिश्र की किताब ‘अख्तरी’पर अंकिता जैन की टिप्पणी
यतींद्र मिश्र के संगीत विषयक लेखन-संपादन की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि वह उन लोगों को संगीत से, उसकी शास्त्रीयता से जोड़ता है जो आम तौर पर संगीत के शास्त्र को जानने समझने वाले नहीं होते हैं। उनके...
View Articleईशान त्रिवेदी की नई कहानी ‘एक चूहे की मौत’
ईशान त्रिवेदी फ़ेसबुक पर ईशान श्रिवेदी के नाम से हैं। टीवी-फ़िल्मों की दुनिया से ताल्लुक़ रखते हैं लेकिन मैं उनकी क़िस्सागोई का क़ायल होता जा रहा हूँ। कहाँ कहाँ से चुन चुन कर किससे लाते हैं। मत पूछिए।...
View Articleसंजय कुंदन की कुछ नई कविताएँ
संजय कुंदन मेरी पीढ़ी के ऐसे कवियों में हैं जो शोर शराबे से दूर रहकर कवि कर्म कर रहे हैं। मध्यवर्गीय जीवन के रोएँ रेशे जिस तरह से उनकी कविताओं में उघड़ते हैं उस तरह से कम कवियों में दिखाई देता है। अभी...
View Articleयोजना साह जैन की कविताएँ
योजना साह जैन पेशे से एक वैज्ञानिक और शोधकर्ता हैं | बचपन से लेखन में रूचि के चलते कविता, कहानी, यात्रा वृत्तांत, ब्लॉग्स लिखती रहती हैं जो कई पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं।...
View Article‘मार्ग मादरज़ाद’की कविताएँ: पीयूष दईया
आजकल लेखन में ही कोई प्रयोग नहीं करता कविता में करना तो दूर की बात है। सब एक लीक पर चले जा रहे हैं। लेकिन कवि संपादक पीयूष दईया अपनी लीक के मार्गी हैं। कम लिखते हैं, लेकिन काया और माया के द्वंद्व में...
View Articleबांधे रखने वाला मनोरंजन देता है ऑडियो नॉवेल गुस्ताख़ इश्क़
स्टोरीटेल पर कुछ कहानियाँ धारावाहिक रूप में भी हैं, जो समक़ालीन जीवन स्थितियों को लेकर हैं। ‘ग़ुस्ताख़ इश्क़‘ ऐसी ही एक सीरीज़ है, जिसे इरा टाक ने लिखा है। उसकी समीक्षा की है शिल्पा शर्मा ने- मॉडरेटर...
View Articleएक ऐसी कहानी जिसे ब्रिटिश छुपाना चाहते थे और हिंदुस्तानी भुलाना
प्रवीण कुमार झा की चर्चित पुस्तक ‘कुली लाइंस’ पर यह टिप्पणी लिखी है कवि यतीश कुमार ने- मॉडरेटर ========================== अखिलेश का ‘निर्वासन’ पढ़ा था और वो मेरा ‘गिरमिटिया’ शब्द से पहला परिचय था।...
View Articleमोमबत्ती दिलवाली रात भर जलती रही
सुरेन्द्र मोहन पाठक ने अपनी आत्मकथा के दूसरे खंड ‘हम नहीं चंगे बुरा न कोय’ में अमृता प्रीतम से मुलाक़ात का ज़िक्र किया। आत्मकथा के पहले खंड में उन्होंने इंद्रजीत यानी इमरोज़ के बारे में लिखा था, दूसरे...
View Articleक्या हिंदी, हिंदी ढंग की हो गई है?
दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी पढ़ने से लेकर पढ़ाने तक के अनुभवों को लेकर एक लेख कल दैनिक जागरण में प्रकाशित हुआ। तीस साल पहले कंप्लीट अंग्रेज़ीदां माहौल में दिल्ली विश्वविद्यालय कैंपस में हिंदी के...
View Articleगौतम राजऋषि की कहानी ‘चिल-ब्लेन्स’
सेना और कश्मीर के रिश्ते को लेकर इस कहानी का ध्यान आया। गौतम राजऋषि की यह कहानी इस रिश्ते को एक अलग ऐंगल से देखती है, मानवीयता के ऐंगल से। मौक़ा मिले तो पढ़िएगा- मॉडरेटर =====================...
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