काली चिड़िया की उड़ान
प्रसिद्ध रॉक बैंड ‘बीटल्स के गायक पॉल मैककार्टनी ने जॉन लिनन कि साथ मिलकर ब्लैकबर्ड फ़्लाई गीत लिखा जो दक्षिण अमेरिकी देशों में अश्वेत नागरिकों के संघर्ष का प्रत्येक बन गया।अब मैककार्टनी के लिखे इस...
View Articleमेटा 2025 की घोषणा: शांता गोखले को मिलेगा मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) और महोत्सव की घोषणा हो चुकी है। आइये विस्तार से जानते हैं- मॉडरेटर =================== • शांता गोखले को 20वां मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा जाएगा ।...
View Articleअदिति भारद्वाज की कहानी ‘सफ़र’
आज पढ़िए युवा लेखिका अदिति भारद्वाज की कहानी। अदिति दिल्ली विश्वविद्यालय से शोध कर रही हैं, आलोचना के क्षेत्र में सक्रिय हैं और हाल में ही आलोचना पत्रिका में प्रेमचंद की कहानी ‘कफ़न’ पर उनका आलेख...
View Articleमहिलाओं की भाषा या भाषाओं में महिलाएँ
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पढ़िए कुमारी रोहिणी का यह लेख जो स्त्री और भाषा को लेकर है। कुमारी रोहिणी कोरियन भाषा की अध्येता हैं और कोरियन, हिन्दी तथा अंग्रेज़ी में नियमित रूप से लिखती हैं- मॉडरेटर...
View Articleतसलीमा नसरीन का लेख ‘महिला दिवस’
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। आज के दिन पढ़िए बहुचर्चित और लोकप्रिय लेखिका तसलीमा नसरीन का लेख ‘महिला दिवस‘। बांग्ला से इस लेख का हिन्दी अनुवाद किया है जानेमाने अनुवादक और कवि उत्पल बनर्जी ने।...
View Articleदिव्या विजय की डायरी ‘दराज़ो में बंद ज़िंदगी’का एक अंश
युवा लेखिका दिव्या विजय की कहानियाँ तो हम पढ़ते ही आये हैं। अक्सर ही उनकी कहानियाँ बिना किसी अतिरिक्त शोर के महत्त्वपूर्ण और ज़रूरी बातें कह देने में सफल होती रही हैं। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के...
View Articleनारी तू नारायणी!
स्मिता सुंदरम एक शिक्षिका, शोधकर्ता और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, जो *सस्टेनेबिलिटी, कार्बन डाइऑक्साइड बायो-सीक्वेस्ट्रेशन, और पारंपरिक ज्ञान प्रणाली* पर कार्य कर रही हैं। उन्होंने *जवाहरलाल नेहरू...
View Articleइंटरनेशनल बुकर प्राइज के लांगलिस्ट और बानू मुश्ताक़
साल 2025 के लिए इंटरनेशनल बुकर प्राइज के लांगलिस्ट की घोषणा हो चुकी है। साल 2022 के बाद एक बार फिर से एक भारतीय भाषा की लेखिका का नाम इस सूची में नमूदार है। 25 फ़रवरी 2025 को 76 वर्षीय बानू मुश्ताक़ इस...
View Articleसंवेदनशील कहानियों का संग्रह है ‘खैबर दर्रा’
हाल में ही वरिष्ठ लेखक पंकज सुबीर का कहानी संग्रह राजपाल एंड संज प्रकाशन से आया है- खैबर दर्रा। इस संग्रह की कहानियों पर यह लेख लिखा है दीपक गिरकर ने। आप भी पढ़िए- मॉडरेटर...
View Articleनन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है?
संस्कृतिकर्मी वाणी त्रिपाठी ने आज अपने स्तम्भ ‘जनहित में जारी, सब पर भारी’ में बाल साहित्य की ऐतिहासिकता और समकालीन संदर्भों में उसकी प्रासंगिकता पर यह सुंदर टिप्पणी लिखी है। वाणी त्रिपाठी ने बच्चों के...
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