प्रवीण कुमार झा की पुस्तक ‘वाह उस्ताद’का एक रोचक अंश
प्रवीण कुमार झा की नई किताब आई है ‘वाह उस्ताद’, जिसमें हिंदुस्तानी संगीत घरानों के क़िस्से हैं। हिंदी में इस तरह की किताबें कम लिखी गई हैं जिनमें शास्त्रीय संगीत के प्रति आम पाठकों में भी रूचि जागृत...
View Articleमुंबई का प्रतिरोध ज़ारी है
जेएनयू में विद्यार्थियों के ऊपर हुए हमले के बाद स्वतःस्फूर्त ढंग से कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए। मुंबई में गेटवे ऑफ़ इंडिया पर हुए प्रदर्शन में युवा लेखिका अनुकृति उपाध्याय ने भी भाग लिया था। उन्होंने...
View Articleव्योमेश शुक्ल के नए संग्रह ‘काजल लगाना भूलना’से एक लम्बी कविता
एक अरसे के बाद व्योमेश शुक्ल का कविता संकलन आया है राजकमल प्रकाशन से ‘काजल लगाना भूलना’। कविता में किस्सागोई करने वाले इस कवि के नए संग्रह से एक कविता पढ़िए- मॉडरेटर ============= पोंSSSSSSSSSSSS यार,...
View Articleअरूण देव के नए संग्रह ‘उत्तर पैग़म्बर’की कुछ कविताएँ
अरूण देव ‘समालोचन’ वेब पत्रिका के समादृत संपादक हैं, लेकिन सबसे पहकले वे कवि हैं। इसी रूप में उनको लगभग दो दशक से जानता रहा हूँ। एक संवेदनशील कवि के रूप में। एक अंतराल के बाद उनका नया संग्रह आया है...
View Articleसुलोचना की कहानी ‘पुरुषोत्तम’
इस मेले में युवा लेखिका-कवयित्री-अनुवादिका सुलोचना का कहानी संग्रह नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित हुआ है-अंधेरे में जगमग। उसी संग्रह से एक कहानी पढ़िए- मॉडरेटर...
View Articleवीरू सोनकर की नई किताब: नई कविता
वीरू सोनकर युवा कवियों में एक ऐसे कवि हैं जिनका अपना विशाल पाठक वर्ग है। सोशल मीडिया के सबसे सक्रिय कवियों में एक अच्छे कवि वीरू का कविता संग्रह आया है ‘मेरी राशि का अधिपति एक सांड है’। वाणी प्रकाशन...
View Articleईशान त्रिवेदी के उपन्यास ‘पीपलटोले के लौंडे’का एक अंश
ईशान त्रिवेदी फ़िल्मी दुनिया के चंद इल्मी लोगों में हैं जो बहुत अच्छा लिखते हैं और जिनका लेखन अपने साथ बहा ले जाता है। जानकी पुल पर उनकी कई कहानियाँ हम पढ़ चुके हैं। अभी उनका उपन्यास राजकमल प्रकाशन...
View Article‘एसिड पहले दिमाग में घुलता है तभी तो हाथ में आता है’
छपाक एक ऐसी फ़िल्म है जिसको गम्भीर लोगों ने अपने विषय के लिए पसंद किया। हर फ़िल्म व्यवसायिक सफलता-असफलता के लिए बनाई नहीं जाती है बल्कि कुछ फ़िल्मों के निर्माण के पीछे वजह होती है किसी बड़ी समस्या के...
View Articleविश्व पुस्तक मेला का सरप्राइज़ पैक रहा हिंद पॉकेट बुक्स
विश्व पुस्तक मेला समाप्त हो गया। आख़िरी तीन दिनों में लगभग सभी प्रकाशकों के लिए मेला अच्छा रहा। हमेशा की तरह राजकमल प्रकाशन ने अपने पंडाल, अपने कार्यक्रमों से मेले में माहौल बनाए रखा। राजकमल की होड़...
View Articleईशान त्रिवेदी की कहानी ‘कंदील’
ईशान त्रिवेदी फ़िल्मी जगत के जाने माने नाम हैं। उनका पहला उपन्यास ‘पीपलटोले के लौंडे’ राजकमल प्रकाशन समूह से आया है। उनकी क़िस्सागोई और कथाभूमि दोनों प्रभावित करते हैं। जैसे कि इस कहानी में- मॉडरेटर...
View Articleसफ़र के साथ सफ़र की कहानियाँ होंगी/ हर एक मोड़ पे जादू-बयानियाँ होंगी
हाल में ही जानी मानी लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ की यात्रा पुस्तक आई है ‘होना अतिथि कैलाश का’। राजपाल एंड संज से प्रकाशित इस किताब पर यह टिप्पणी लिखी है लेखिका-अनुवादिका रचना भोला यामिनी ने- मॉडरेटर...
View Articleअनघ शर्मा की कहानी सुनिए द्वारिकाधीश! ये शोक है…’
हिंदी के युवा कथाकारों में अनघ शर्मा का अपना मुहावरा है, अपना कथालोक है, जिसके रेशों को वे बहुत बारीकी से बुनते हैं। अपनी कहानियों में जितने प्रयोग वे करते हैं उतने शायद ही कोई और करता हो। यह उनकी नई...
View Articleविशाल फैली पहाड़ियों ने नीला कंबल ओढ़ लिया है
युवा कवयित्री अनामिका अनु ने केरल में 12 साल में एक बार खिलने वाले फूल नीलकुरिंजी की कथा लिखी है- मॉडरेटर ======================== नीलाकुरिंजी कल मुन्नार के चाय बगान में दौड़ती...
View Articleअर्चना लार्क की कुछ कविताएँ
आज युवा कवयित्री अर्चना लार्क की कविताएँ पढ़िए। कुछ अनछुए विषय, अनछुए भाव कविता में ले आना भी उपलब्धि होती है। इतनी कविताएँ लिखी जा रही हैं उनमें अलग से पहचानी जाने वाली कविताएँ हैं अर्चना लार्क की-...
View Articleशिरीष कुमार मौर्य के नए कविता संग्रह ‘रितुरैण’से कुछ कविताएँ
शिरीष कुमार मौर्य का नया कविता संग्रह राधाकृष्ण प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है-रितुरैण। शिरीष जी मेरी पीढ़ी के उन कवियों में हैं जिनको आरम्भ से ही मैंने पढ़ा है और उनके भाव तथा कहन को बेहद पसंद करता आया...
View Articleमराठी कवि यशवंत मनोहर की कविता ‘बापू’हिंदी अनुवाद में
कल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। आज प्रस्तुत है मराठी के कवि यशवंत मनोहर की कविता ‘बापू’, जिसका मराठी से हिंदी अनुवाद किया है भरत यादव ने- मॉडरेटर ========================= बापू! -यशवंत...
View Articleयतींद्र मिश्र की कुछ वासंती कविताएँ
आज बसंत पंचमी है। सूफ़ी परम्परा में भी बसंत का बड़ा महत्व रहा है। इसी अवसर पर जाने माने कला मर्मज्ञ , कवि यतींद्र मिश्र की कुछ कविताएँ पढ़िए। बसंत की इस परम्परा को उन्होंने शब्दों में पिरोते हुए यह...
View Articleमृदुला शुक्ल की कहानी ‘प्रेमी के साथ फरार हुई औरत…’
मृदुला शुक्ल की यह कहानी आजकल जिस तरह स्त्री विरोधी शीर्षकों के साथ समाचार प्रकाशित होते हैं उसको लेकर है। लेखिका ने बड़ी बारीकी से इस संवेदनशील विषय को उठाया है- मॉडरेटर =============== प्रेमी के साथ...
View Articleअरविंद दास का लेख ‘शाहीन बाग़ की औरतें’
चित्र: साभार बिज़नेस स्टैंडर्ड दिल्ली का शाहीन बाग़ एक प्रतीक बन चुका है स्त्री संघर्ष का। इसी पर युवा पत्रकार-लेखक अरविंद दास का लेख पढ़िए- मॉडरेटर ============= मशहूर शायर निदा फाजली का एक शेर है-हर...
View Articleकमला दत्त की कहानी ‘बँटवारा’
कमला दत्त ने 1970-80 के दशक में कहानियाँ लिखीं, जो धर्मयुग, सारिका, कहानी, हंस जैसी पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई। बाद में अमेरिका में चिकित्सा विज्ञान पढ़ाने लगी। लम्बे समय तक नहीं लिखा। अब फिर से...
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