वहीदा, स्मिता और तब्बू का तिलिस्म
हिन्दी सिनेमा की तीन अभिनेत्रियों वहीदा रहमान, स्मिता पाटिल और तब्बू के बहाने हिन्दी सिनेमा की अभिनेत्रियों पर यह पठनीय लेख लिखा है योगेश ध्यानी ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ============== हिन्दी सिनेमा की...
View Articleसेतु प्रकाशन वार्षिकोत्सव: एक वार्षिकोत्सव
दिनांक 6 दिसंबर को सेतु प्रकाशन के वार्षिकोत्सव का आयोजन हुआ। प्रस्तुत है उसकी एक रपट ———————————————– 6 दिसम्बर, 2023 को नयी दिल्ली के मण्डी हाउस स्थित ‘त्रिवेणी कला संगम सभागार’ में, कथाकार राजू...
View Articleशहर में इक शोर है और कोई सदा नहीं
आज महान शायर जौन एलिया की जयंती है। इस मौक़े पर पढ़िए यह पेशकश, प्रस्तुति है शायर सुहैब अहमद फ़ारूक़ी की- ============================ कोई नहीं यहाँ ख़मोश, कोई पुकारता नहीं शह्र में इक शोर है और...
View Articleभालचन्द्र नेमाड़े के उपन्यास ‘झूल’ का एक अंश
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मराठी लेखक भालचन्द्र नेमाड़े के चांगदेव चतुष्ट्य (बिढार, हूल, जरीला, झूल) में से एक उपन्यास ‘झूल’ का एक अंश पढ़िए। उपन्यास राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित है-...
View Articleपूर्वांशी की आठ कविताएँ
आज पढ़िए पूर्वांशी की कुछ कविताएँ। पूर्वांशी दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में प्रथम वर्ष की विद्यार्थी हैं और देखिए कितनी अच्छी कविताएँ लिखती हैं। इससे पहले इनकी कविताएँ ‘सदानीरा’ पर प्रकाशित भी...
View Articleराजकुमारी की कहानी ‘सरनेम’
आज पढ़िए युवा लेखिका राजकुमारी की कहानी कहानी ‘सरनेम’। राजकुमारी दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में पढ़ाती हैं। उनका एक उपन्यास भी प्रकाशित हो चुका है। आप यह कहानी पढ़िए- ========================...
View Articleमानसिक स्वास्थ्य और आधुनिक जीवन
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। अच्छी बात यह है कि किशोरों में भी इस बात की समझ बढ़ रही है। यह लेख लिखा है नानकमत्ता पब्लिक स्कूल उत्तराखण्ड की विद्यार्थी साक्षी भंडारी ने। आप भी पढ़...
View Articleस्त्री-पुरुष के अन्तःमन की पड़ताल : स्त्री मेरे भीतर
पवन करण के कविता संग्रह ‘स्त्री मेरे भीतर’ पर यह सुविचारित टिप्पणी लिखी है युवा लेखिका अनु रंजनी ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ======================= जब हम स्त्री-गुण या पौरुष-गुण की बात करते हैं...
View Articleसंजीव के उपन्यास ‘जंगल जहाँ शुरू होता है’पर यतीश कुमार की काव्यात्मक टिप्पणी
यतीश कुमार ने काव्यात्मक समीक्षा की अपनी विशिष्ट शैली विकसित की। उसी शैली में उन्होंने संजीव के उपन्यास ‘जंगल जहाँ शुरू होता है’ पर यह ख़ास टिप्पणी लिखी है। आप भी पढ़िए- ==================== 1....
View Articleछोटे-छोटे प्रसंगों की बड़ी कविताएँ
देवेश पथ सारिया को उनके कविता संग्रह ‘नूह की नाव’ के लिए युवा कविता का प्रतिष्ठित भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार दिया गया है। आइये इस कविता संग्रह की समीक्षा पढ़ते हैं। लिखी है महेश कुमार ने जो काशी हिंदू...
View Articleहोगा कोई ऐसा जो ग़ालिब को न जाने
आज ग़ालिब को याद करने का दिन है। युवा शोधार्थी अनु रंजनी अपने विद्यार्थी दिनों से जोड़कर ग़ालिब को याद किया है। आप भी पढ़ सकते हैं- ============================== ‘ग़ालिब आप को क्यों पसंद...
View Articleटिकुली डोगरा की कविताएँ हिन्दी अनुवाद में
पढ़िए टिकुली डोगरा की कविताएँ। टिकुली मूलतः अंग्रेज़ी की कवि और कथाकार हैं। उनकी कई रचनाएँ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और पुस्तकों में प्रकाशित हुई हैं। अंग्रेज़ी में उनके तीन कविता संग्रह...
View Articleअजय नावरिया की कहानी ‘यस सर’
आज पढ़िए हिन्दी के जाने माने लेखक अजय नावरिया की कहानी ‘यस सर’। अभी इस कहानी पर एक शॉर्ट फिल्म भी बनी। एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में इस फिल्म को शामिल किया गया। एक...
View Articleकोई निंदौ कोई बिंदौ: माधव हाड़ा
मीरांबाई के जीवन और तत्कालीन समाज पर माधव हाड़ा की किताब पचरंग चोला पहर सखी री का दूसरा संस्करण आया है। इस किताब का पहले अंग्रेज़ी में अनुवाद भी हो चुका है। यह किताब निस्संदेह मीरांबाई को समझने की एक...
View Article‘अन्नापूर्णी’फ़िल्म में ऐसा क्या है?
तमिल फ़िल्म ‘अन्नापूर्णी’ को सिनेमाघरों से हटा दिया गया, नेटफ़्लिक्स से हटा दिया गया। आख़िर क्या है इस फ़िल्म में? प्रज्ञा मिश्रा ने इसी पर लिखा है- ================================ तमिल फिल्म है...
View Articleराशिद ख़ान कल और आज के बीच की मज़बूत कड़ी थे
प्रसिद्ध गायक राशिद ख़ान के निधन के बाद उनकी कला को याद करते हुए यह लेख लिखा है जाने माने युवा लेखक प्रवीण कुमार झा ने। पेशे से चिकित्सक और नॉर्वे प्रवासी प्रवीण कुमार झा ने अन्य किताबों के अलावा...
View Articleआत्मा की आवाज़ का कवि अशोक वाजपेयी
आज वरिष्ठ कवि, चिंतक, संस्कृतकर्मी अशोक वाजपेयी का जन्मदिन है। जानकी पुल उनके शतायु होने की कामना करता है। इस अवसर पर पढ़िए युवा लेखिका रश्मि भारद्वाज की यह टिप्पणी- ============== ‘मुझे किसी ने बताया...
View Articleश्रमसाध्य शोधपरक विश्लेषण और पुनर्पाठ का ठाठ
मेरी अपनी नज़र में हितेन्द्र पटेल की किताब ‘आधुनिक भारत का ऐतिहासिक यथार्थ’ पिछले एक दशक में प्रकाशित हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ आलोचना पुस्तक है। यह अतिशयोक्ति लग सकती है लेकिन हिन्दी उपन्यासों के माध्यम...
View Articleरोमांस की केमिस्ट्री मर्डर की मिस्ट्री: मेरी क्रिसमस
इस बार पंद्रह जनवरी को मैं श्रीराम राघवन की फ़िल्म ‘मेरी क्रिसमस’ देखने गया था। थ्रिलर विधा के मास्टर हैं। उनकी फ़िल्में ‘जॉनी गद्दार’ और ‘अंधाधुन’ बहुत पसंद आई थीं। यह फ़िल्म भी बहुत अच्छी लगी।...
View Articleगद्य की गहन ऐंद्रिकता में किसी इंटीमेट पेंटिंग की तरह डूबी कृति
इस साल जिस उपन्यास ने अपनी भाषा, अपनी कहन से मुझे बेहद प्रभावित किया वह सारंग उपाध्याय का उपन्यास ‘सलाम बॉम्बे व्हाया वर्सोवा डोंगरी’ है। क्यों प्रभावित किया डॉ शोभा जैन ने अपनी समीक्षा में तक़रीबन...
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