युवा कवि अंचित की कविताएँ
आज पढ़िए युवा कवि अंचित की कविताएँ। समकालीन दौर के जाने माने कवि अंचित की कविताओं में समकालीन समय का द्वंद्व दिखाई देता है। पढ़िए कुछ सवाल पूछती कविताएँ- =========================== इच्छा कोई अंतरंग...
View Article‘हिन्दू बनाम हिंदू’ पर कुछ विचार: योगेन्द्र यादव
चित्र साभार: दि इकनॉमिक टाइम्स प्रसिद्ध समाजविज्ञानी योगेन्द्र यादव का यह लेख ‘पंजाब केसरी’ में प्रकाशित हुआ था। राममनोहर लोहिया के हवाले से इस लेख में उन्होंने अनेक बहसतलब बातें की हैं। आप लोगों के...
View Articleपुस्तक ‘कहाँ लगायें पैसा?’का एक अंश
इधर हिन्दी में सेल्फ हेल्प की किताबों का प्रकाशन खूब बढ़ा है। जैसे यह किताब जिसका नाम है ‘कहाँ लगायें पैसा?’। लेखक हैं सीए अभिजीत कोलपकर। हम पेंगुइन स्वदेश से प्रकाशित इस किताब का एक अंश लगा रहे हैं।...
View Articleहमें नई राजनीतिक भाषा की जरूरत है
आज पढ़िए प्रसिद्ध समाजविज्ञानी और भारत जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक योगेन्द्र यादव का लेख। यह लेख भारतीय गणतंत्र पर है और द प्रिंट में प्रकाशित हो चुका है। आपके लिये साभार- ======================...
View Articleपंकज दुबे के उपन्यास ‘इश्क़ बाक़ी’का एक अंश
पंकज दुबे उन लेखकों में हैं जिन्होंने दो भाषाओं में लिखना शुरू किया। जिस जमाने में जब विनर की कहानियाँ लिख रहे थे उन्होंने ‘लूज़र कहीं का’ का लिखा, उसके बाद उन्होंने हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं...
View Article‘अग्निकाल; सल्तनतकालीन सिपहसालार मलिक काफ़ूर की कहानी’ का एक अंश
पेंगुइन स्वदेश से किताब आई है ‘अग्निकाल; सल्तनतकालीन सिपहसालार मलिक काफ़ूर की कहानी’। युगल जोशी की इस किताब का एक अंश पढ़िए- ======================= माणिक की आँखों में आँसू और अंगारे दोनों ही थे। पर...
View Articleअनछुए चरित्र, विस्मित कर देनेवाले किरदार
जाने माने कथाकार-कवि हरि मृदुल का कहानी संग्रह ‘हंगल साहब ज़रा हँस दीजिए’ पिछले साल आया था। उसके बारे में प्रसिद्ध लेखिका अलका सरावगी की यह टिप्पणी पढ़िए। संग्रह आधार प्रकाशन से प्रकाशित है-...
View Articleप्रदीप दाश के उपन्यास ‘चरु, चीवर और चर्या’ का अंश
बड़े दिनों बाद एक दिलचस्प ऐतिहासिक उपन्यास पढ़ा- ‘चरु, चीवर और चर्या’। लेखक हैं प्रदीप दाश। उपन्यास की पृष्ठभूमि बौद्ध धर्म है, मध्यकाल से पहले के दौर में उड़ीसा में धर्मों का द्वंद्व किस तरह चल रहा...
View Article‘जो क़ौम भुला देती है तारीख़ को अपने’
आज दिनांक 8/2/2024 को दिल्ली विश्वविद्यालय के ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज(सांध्य) में विकसित भारत@2047 से जुड़े कार्यक्रमों की शृंखला का उद्घाटन करते हुए केरल के राज्यपाल श्री आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने कहा...
View Articleराजकमल प्रकाशन समूह की टॉप-सेलर लिस्ट और साहित्य
फरवरी, 2024 में हिंदी के सबसे बड़े प्रकाशक राजकमल प्रकाशन समूह ने पिछले 10 साल में प्रकाशित टॉप सेलर किताबों की सूची जारी की। सूची में 21 किताबें हैं। इन किताबों पर नजर डाल कर हम हिंदी प्रकाशन व्यवसाय...
View Articleमानव जीवन की परतें खोलतीं ‘फटी हथेलियाँ’
आज पढ़िए नेहा नरुका के कविता संग्रह ‘फटी हथेलियाँ’ पर यह विस्तृत टिप्पणी, लिखा है युवा लेखिका अनु रंजनी ने। यह संग्रह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित है- ======================== यदि कोई स्त्री, स्त्री...
View Articleमेरी माँ बढ़िया जलेबी बनाती थी, मैं कहानियों की जलेबियाँ उतारती हूँ- अलका सरावगी
आज पढ़िए प्रसिद्ध लेखिका अलका सरावगी और कवि-कथाकार अर्पण कुमार की बातचीत- =============================================== अपनी दादी से गहरे जुड़ी अलका के भीतर पीढ़ियों से जुड़ाव के सूत्र दरअसल उनके बचपन...
View Articleहिंदी साहित्य और हिंदी के डॉक्टर: प्रमोद रंजन
प्रमोद रंजन का यह लेख एक साहित्योत्सव के पोस्टर से शुरु होकर सृजनशीलता और मौलिकता क्या है, जैसे बड़े सवालों को उठाता है। प्राध्यापकों की कुंठा और रीढ़विहीनता की भी इसमें अच्छी खबर ली गई है। पढ़िए–...
View Article2023 की यादगार भारतीय अंग्रेज़ी पुस्तकें
2023 में प्रकाशित भारतीय अंग्रेज़ी की कुछ प्रमुख पुस्तकों पर यह लेख लिखा है चर्चित युवा लेखक किंशुक गुप्ता ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ============================= रोमन स्टोरी’ज, झुंपा लाहिड़ी झुंपा...
View Articleनेहा नरुका की छह कविताएँ
आज पढ़िए नेहा नरुका की कविताएँ। समकालीन कविता में नेहा का नाम जाना-पहचाना है। हाल में ही उनका कविता संग्रह आया है ‘फटी हथेलियाँ’। उनकी कविताओं के विषय भी लग हैं और भंगिमा भी। मिसाल के तौर पर इन...
View Articleजानकी पुल शशिभूषण द्विवेदी सम्मान ‘सगबग मन’को
जानकी पुल शशिभूषण द्विवेदी सम्मान के बारे में कुछ महीने पहले घोषणा की गई थी। हर साल यह पुरस्कार कथा साहित्य के क्षेत्र में किसी एक कृति पर प्रदान किया जाएगा। हमने अपने निर्णायकों के साथ इसके नियम...
View Articleदिव्या विजय की कहानी ‘महानगर की एक रात’
पहला जानकी पुल शशिभूषण द्विवेदी सम्मान लेखिका दिव्या विजय को उनके कहानी संग्रह ‘सगबग मन’ के लिए दिया गया है। इस संग्रह में अलग अलग तरह के परिवेश की अनेक सघन कहानियाँ हैं। लेकिन ‘महानगर की एक रात’...
View Articleआत्मज: अप्प पिता भव !
प्रसिद्ध कवि विनय कुमार के काव्य नाटक ‘आत्मज’ पर यह टिप्पणी लिखी है हिन्दी की वरिष्ठ लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ========================== छोटे से कलेवर की किताब है आत्मज, जो एक...
View Articleविनय सौरभ की ग्यारह कविताएँ
आज पढ़िए विनय सौरभ की कविताएँ। विनय का परिचय देते हुए हिंदवी ने लिखा है ‘सुपरिचित लेकिन दुर्लभ कवि’। हाल में ही राजकमल प्रकाशन से इस दुर्लभ कवि का कविता संग्रह प्रकाशित हुआ है ‘बख़्तियारपुर’। आप इनकी...
View Article‘बेहयाई के बहत्तर दिन’और यतीश कुमार
बरसों पहले प्रमोद सिंह की एक किताब आई थी ‘अजाने मेलों में’। उनकी भाषा, उनकी शैली ने सबको प्रभावित किया था। अब उनकी किताब आई है ‘बेहयाई के बहत्तर दिन’। हिन्द युग्म से प्रकाशित इस किताब पर कवि-लेखक यतीश...
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