इवान बूनिन की कहानी ‘कस्त्र्यूक’
इवान बूनिन रूसी भाषा के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे। 1953 में उनको नोबेल पुरस्कार मिला था। प्रकृति चित्रण करने में वे बेजोड़ माने जाते हैं। उनकी यह कहानी पढ़िए जो यह बताती है कि किसान के लिए खेत का...
View Article‘अमेठी संग्राम’के बहाने अनंत विजय से संवाद
अनंत विजय की पुस्तक ‘अमेठी संग्राम’ एक साल की हो गई। इस दौरान वेस्टलैंड से प्रकाशित यह किताब अंग्रेज़ी में भी आई। साल भर वाद-विवाद में बनी रही। प्रस्तुत है इसी किताब पर उनसे बातचीत का एक अंश-...
View Articleदिव्या श्री की नई कविताएँ
दिव्या श्री बिहार के बेगूसराय में अंग्रेज़ी की छात्रा हैं, अनुवाद भी करती हैं। इनकी कविताएँ सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। यह उनकी नई कविताएँ हैं- ====================== 1....
View Articleलड़की के भीतर का ‘एकलव्य’ पाठक: प्रियंका दुबे
प्रियंका दुबे के लेखन से हम सब अच्छी तरह परिचित हैं। गद्य हो या पद्य उनके लेखन में एक शब्द भी अतिरिक्त नहीं होता। आज उनका एक बहुत ही सुंदर पीस लिखा है, पढ़ने को लेकर, लिखने के जुनून को लेकर। साल बीतते...
View Articleअनुकृति उपाध्याय की कविताएँ
अनुकृति उपाध्याय एक दुर्लभ द्विभाषी लेखिका हैं अंग्रेज़ी में लिखे अपने उपन्यास ‘kintsugi’ के लिए उनको इस साल सुशीला देवी सम्मान से नवाज़ा गया है। उनकी कहानियों, उनके उपन्यास ‘नीना आंटी’ ने लेखकों...
View Articleदेवेश की किताब ‘पुद्दन कथा: कोरोना काल में गाँव-गिराँव’का एक अंश
हाल में युवा लेखक देवेश की किताब आई है ‘पुद्दन कथा’। कोरोना काल की ग्राम कथा की तरह लिखी गई यह किताब बहुत प्रभावित करती है। त्रासदी की कथा को ब्लैक ह्यूमर की तरह लिखा गया है। आप राजकमल प्रकाशन समूह से...
View Articleगीताश्री से उनके नए उपन्यास ‘अंबपाली’पर बातचीत
गीताश्री का नया उपन्यास आया है ‘अंबपाली’। वैशाली की इस ऐतिहासिक किरदार को लेकर बहुत लिखा गया है। लेकिन गीताश्री का लेखन-विश्लेषण बहुत अलग है। मुझे एक बात और समझ नहीं आ रही थी कि अंबपाली पर किसी स्त्री...
View Articleजमुनिया वाली अच्छी औरत नहीं है ?
आज नरेश जैन की कहानी पढ़िए। वे पेशे से अध्यापक रहे हैं। उनकी यह कहानी में ग्रामीण समाज का यथार्थ है जो आज भी प्रासंगिक है- ================================ सारा गाँव उसे जमुनिया वाली के...
View Articleमदन पाल सिंह के उपन्यास ‘हरामी’का एक अंश
युवा लेखक मदन पाल सिंह को हम हिंदी वाले अनेक रूपों में जानते हैं। सबसे पहले उनको हमने फ्रेंच-हिंदी अनुवादक के रूप में जाना। इस क्षेत्र में उनका नाम जाना-माना है। पिछले साल उन्होंने एक उपन्यास लिखा...
View Articleदीपा गुप्ता की कुछ कविताएँ
दीपा गुप्ता कवि रहीम पर अपने काम के लिए जानी जाती हैं। वह संवेदनशील कवयित्री हैं और हाल में ही उनका कविता संग्रह प्रकाशित हुआ है ‘सप्तपदी के मंत्र’ नाम से। उसी संग्रह से कुछ कविताएँ- =================...
View Article‘सौंदर्य जल में नर्मदा’आनंद कुमार सिंह की नहीं बल्कि साहित्य की काव्य-सम्पदा है
आनंद कुमार सिंह का कविता संग्रह ‘सौंदर्य जल में नर्मदा’ बहुत अलग तरह का कविता संग्रह है, इसमें नर्मदा नदी को लेकर कवि की लिखी गई कविताएँ हैं। इसी संग्रह पर टिप्पणी लिखी है युवा लेखिका प्रियंका नारायण...
View Articleविमलेश त्रिपाठी की ग्यारह कविताएँ
विमलेश त्रिपाठी समकालीन हिंदी कविता में जाना-पहचाना नाम है। उनकी तीन कविता संग्रहों का एक जिल्द में प्रकाशन हुआ है जिसका नाम है ‘लौटना है एक दिन’। प्रलेक प्रकाशन से प्रकाशित इस कविता संग्रह से चयनित...
View Articleमाधव हाड़ा का लेख ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की भारतीय संस्कृति और परंपरा’
प्रसिद्ध आलोचक माधव हाड़ा के आलेखों का संकलन सेतु प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है ‘देहरी पर दीपक’। उसी संग्रह से एक लेख पढ़ते हैं- =============================== अभिव्यक्ति मनुष्य अस्तित्व की नैसर्गिक...
View Articleपल्लवी पद्मा उदय की कविताएँ
पल्लवी पद्मा-उदय द्विभाषी लेखक, पत्रकार और कवि हैं। यूनाइटेड किंगडम की क्वींस यूनिवर्सिटी में बिजनेस हिस्ट्री के अध्ययन के साथ-साथ उनका पहला अंग्रेजी कविता संग्रह २०२२ में प्रकाशित हो रहा है। इसके...
View Articleफियर एंड लोथिंग इन अ हिंदी क्लासरूम
नमन नारायण बीए मासकॉम के छात्र है और एक उभरते हुए लेखक। उनका यह लेख पढ़िए जो स्कूल में हिंदी पढ़ने के अनुभवों को लेकर है। व्यंग्य की शैली में किस तरह गम्भीर सवाल उठाए जा साकते हैं वह इस लेख में दिखाई...
View Articleहृषीकेश सुलभ के उपन्यास ‘दाता पीर’का एक अंश
वरिष्ठ लेखक हृषीकेश सुलभ का दूसरा उपन्यास प्रकाशित हुआ है ‘दाता पीर’। बहुत लग परिवेश का यह उपन्यास नफ़रत के इस दौर में प्रेम के उस दौर की याद दिलाने वाला है जब समाज में प्रेम था, साहचर्य था। राजकमल...
View Article‘दोआबा’का अहिल्या आख्यान और साहित्य की कसौटी
पटना से प्रकाशित दोआबा का ताजा अंक (जनवरी-मार्च, 2022) लगभग 600 पन्नों का है। इनमें से 533 पन्नों में नीलम नील की दो ‘कथा-डायरी’ प्रकाशित हैं, जिनके शीर्षक क्रमश: ‘आंगन में आग’ और ‘अहिल्या आख्यान’...
View Articleफरवरी: कुछ प्रेम कविताएं: देवेश पथ सारिया
देवेश पथ सारिया समकालीन युवा कविता का जाना पहचाना नाम है।। आज उनकी कुछ कविताएँ पढ़िए फ़रवरी माह के नाम- ======================== फ़रवरी: कुछ प्रेम कविताएं शीर्षक: होंठ यह मुझसे कहा था एक लड़की ने-...
View Articleसुदीप सोहनी की नौ कविताएँ
आज पढ़िए सुदीप सोहनी की कविताएँ। सुदीप भारतीय फिल्म एवं टेलीविज़न संस्थान, पुणे के वर्ष 2013-14 के छात्र थे। कवि, पटकथा लेखक, निर्देशक, परिकल्पक व सलाहकार के रूप में सुदीप का कार्यक्षेत्र सिनेमा,...
View Articleब्रजरतन जोशी की दस कविताएँ
ब्रजरतन जोशी संवेदनशील कवि हैं। लेखक हैं। राजस्थान साहित्य अकादमी की पत्रिका ‘मधुमती’ के संपादक हैं। आज उनकी दस कविताएँ पढ़िए- =========================== 1 अबूझ जिंदगी अबूझ जिंदगी...
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