वर्तमान भारत न गांधी के सपनों का भारत है और न लोहिया के सपनों का
आज समाजवादी नेता डॉक्टर राम मनोहर लोहिया की जयंती है। इस अवसर पर पढ़िए कुमार मुकुल की लिखी किताब ‘डॉ लोहिया और उनका जीवन दर्शन’ पर युवा कवि देवेश पथ सारिया की टिप्पणी- =============== अपने शीर्षक के...
View Articleसतीनाथ भादुड़ी बनाम रेणु
सुलोचना वर्मा कविताएँ लिखती हैं, बांग्ला से हिंदी अनुवाद करती हैं और दोनों भाषाओं पर उनक समान अधिकार है। उनका यह लेख सतीनाथ भादुड़ी बनाम रेणु विवाद पर है। यह सुचिंतित लेख ‘माटी’ नामक पत्रिका में...
View Articleमहेंद्र मधुकर की कुछ कविताएँ
महेंद्र मधुकर हिंदी के प्रोफ़ेसर रहे हैं, कवि-गीतकार-उपन्यासकार महेंद्र जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे हैं। आज पहली बार जानकी पुल पर उनकी कुछ कविताएँ पढ़िए- ============================== बंधु से...
View Articleहोरी खेलूंगी कहकर बिस्मिल्लाह
होली पर यह विशेष लेख जनाब सुहैब अहमद फ़ारूक़ी ने लिखा है। होली कल बीत ज़रूर गई लेकिन इस लेख को पढ़ने का आनंद हमेशा रहेगा- =================================================== होरी खेलूंगी कहकर...
View Articleमनोहर श्याम जोशी भाषा की हर भंगिमा में माहिर थे!
मनोहर श्याम जोशी जी की आज पुण्यतिथि है। आज उनको याद करते हुए मेरी एक छोटी सी टिप्पणी पढ़िए- प्रभात रंजन ================================== कुछ दिन पहले लेखक-आलोचक-पत्रकार आशुतोष भारद्वाज से बात हो रही...
View Articleमीना कुमारी:बॉलीवुड की सिंड्रेला
पेशे से पुलिस अधिकारी सुहैब अहमद फ़ारूक़ी उम्दा शायर हैं और निराला गद्य लिखते हैं। आज अभिनेत्री मीना कुमारी की पुण्यतिथि पर उनका लिखा पढ़िए- ========== जाने वालों से राबिता रखना दोस्तो रस्मे फ़ातिहा...
View Articleपहले लेखक अमर होने को लिखते थे, अब लेखक शेयर होने को लिखते हैं!
लेखन में उभरते नए सौन्दर्यशास्त्र पर पर यह छोटा सा लेख युवा कवि-लेखक अविनाश ने लिखा है। नए लेखन को लेकर, उसकी पसंद-नापसंद को लेकर उन्होंने कई नए बिंदु इस लेख में उठाए हैं- ================ किसी भी दौर...
View Articleप्रियंका ओम की कहानी ‘विष्णु ही शिव है’
युवा लेखिका प्रियंका ओम की कहानी ‘विष्णु ही शिव है’ कथा-मासिक ‘हंस’ में प्रकाशित हुई है। यह संभवतः उनकी पहली लम्बी कहानी है। ‘हंस’ से साभार हम प्रकाशित कर रहे हैं- ======================== उसे समझ...
View Articleप्रिंट बनाम/सह डिजिटल: ‘पहल’के बंद होने के संदर्भ में
पिछले दिनों ज्ञानरंजन जी की पत्रिका ‘पहल’ के बंद होने की खबार आई तो फ़ेसबुक पर काफ़ी लोगों ने लिखा। युवा कवि-लेखक देवेश पथ सारिया ने इस बहाने प्रिंट बनाम डिजिटल की बहस पर लिखा है। एक ऐसा लेख जिसके ऊपर...
View Articleपहले दलित क्रिकेटर पी. बालू, जिन्होंने भद्रजनों के बीच साबित की अपनी प्रतिभा
युवा शोधकर्ता सुरेश कुमार ने माधुरी पत्रिका में 1928 में प्रकाशित एक लेख के हवाले से पहले दलित क्रिकेटर पी बालू पर यह लेख लिखा है। आप भी पढ़िए उस महान खिलाड़ी के बारे में जो तब का खिलाड़ी था जब भारतीय...
View Articleसोशल मीडिया ने लेखन को एक अभिनय, परफॉर्मेंस में बदल दिया है: आशुतोष भारद्वाज
आज हिंदी आलोचना के लिए दिया जाने वाला प्रतिष्ठित देवीशंकर अवस्थी सम्मान युवा लेखक-आलोचक आशुतोष भारद्वाज को दिया जा रहा है। यह पुरस्कार समारोह वर्चुअल दिया जाएगा। इस अवसर पर जानकी पुल ने आशुतोष से...
View Articleप्रज्ञा की कहानी ‘बुरा आदमी’
प्रज्ञा समकालीन कहानी का जाना-माना नाम हैं। आज उनकी कहानी ‘बुरा आदमी’ पढ़िए। यह कहानी ‘पहल’ पत्रिका के कहानी विशेषांक में प्रकाशित हुई थी। आप यहाँ पढ़ सकते हैं। आज मैंने ठान लिया था टूटेजा सर शाम...
View Articleपूजा प्रसाद की कुछ कविताएँ
आज कविताएँ पूजा प्रसाद की। पूजा पेशे से पत्रकार हैं। फ़िलहाल न्यूज़ 18 ऑनलाइन से जुड़ी हैं। लम्बे समय से इस पेशे में हैं। उनकी कविताओं में देखने का एक अलग नज़रिया लगा और कहन की एक अलग शैली। आप भी...
View Articleकथ्य कैसे ढलता है कहानी में: धीरेंद्र अस्थाना
धीरेन्द्र अस्थाना हिंदी के जाने-माने कथाकार-उपन्यासकार हैं। कहानी लिखने की प्रक्रिया को लेकर उनका यह लेख हर युवा लेखक-पाठक को पढ़ना चाहिए- ================ कथ्य कैसे आता है? कोई एक घटना,अनेक घटनाओं के...
View Articleइरशाद खान सिकंदर की भोजपुरी ग़ज़लें और नज़्म
आज इरशाद ख़ान सिकंदर की कुछ ग़ज़लें और नज़्म भोजपुरी में पढ़िए- ================================ 1 हम मान भी लीं लेकिन आसार त कम बाटे जे पीही उहे जीही कुदरत के नियम बाटे पी जाला अन्हरिया के सूरज...
View Articleडिस्कवरी ऑफ़ इंडिया शीर्षक महाकथा में जो लेखन रहता है
गिरिराज किराड़ू का यह लेख बहुत पुराना है। उन दिनों का जब वे हिंदी के आधुनिक लेखकों के लेखन के मिथ को समझने-समझाने का प्रयास कर रहे थे। बड़ी-बड़ी बहसों को समझने का प्रयास कर रहे थे। निर्मल वर्मा आधुनिक...
View Articleशरद चंद्र श्रीवास्तव की कुछ कविताएँ
a कुछ दिन पहले ही भाई शरद चंद्र श्रीवास्तव ने अपनी कुछ कविताएँ पढ़ने के लिए भेजी थीं। क्या पता था अब उनसे कभी संवाद नहीं हो पाएगा। उनकी इन कविताओं के साथ जानकी पुल की ओर से शरद जी को श्रद्धांजलि-...
View Articleडा.आंबेडकर और स्त्री मुक्ति का स्वप्न
आज बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर की जयंती पर पढ़िए युवा शोधार्थी सुरेश कुमार का लेख जो डॉक्टर आम्बेडकर के व्यक्तित्व के एक और विराट पहलू से साक्षात्कार करवाने वाला है- ======================== बीसवीं...
View Articleएक मस्तमौला की जीवन कथा ‘अंदाज़-ए-बयां उर्फ रवि कथा’
युवा लेखकों को पढ़ने से उत्साह बढ़ता है। वैसे युवा लेखकों को पढ़ने से और भी जो अपनी परम्परा से जुड़ना चाहते हैं, उसको समझना चाहते हैं। युवा कवि देवेश पथ सारिया ने ममता कालिया की किताब ‘अंदाज़े-बयाँ...
View Articleअनामिका अनु की कहानी ‘भीगे तकिए धूप में’
अनामिका अनु को एक कवयित्री के रूप में हम सब पढ़ते आए हैं। उनको कविता के लिए भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार मिल चुका है। यह उनकी पहली कहानी है। आप भी पढ़ सकते हैं- =============== मीनल सोलह साल की हो गयी...
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