अमोल पालेकर की नई किताब ‘अमानत: एक स्मृतिकोष’की भूमिका उनकी ही ज़ुबानी
हाल में वेस्टलैंड बुक्स से प्रसिद्ध अभिनेता अमोल पालेकर की संस्मरण-पुस्तक आई है- अमानत- एक स्मृतिकोष। मनोहर श्याम जोशी भारतीय मध्यवर्ग के दुचित्तेपन की बात करते थे यानी ऊपर से कुछ अंदर से कुछ। ऐसे...
View Articleपल्लवी गर्ग की कविताएँ
आज पढ़िए पल्लवी गर्ग की कविताएँ। गहर राग की कुछ कविताएँ- मॉडरेटर ======================================================== पाज़ेब एक दिन दादी का बक्सा सही करते हुए मिल गईं उनकी छुन-छुन करती पाज़ेब जब...
View Articleबोधिसत्व के कविता संग्रह ‘अयोध्या में कालपुरुष’ की समीक्षा
बोधिसत्व के नवीनतम काव्य संग्रह ‘अयोध्या में कालपुरुष’ पर संजय जायसवाल की यह समीक्षा प्रस्तुत है – अनुरंजनी ============================================ लोकतांत्रिक मूल्यों की पक्षधरता का आख्यान:...
View Articleगरिमा श्रीवास्तव और ‘चुप्पियाँ और दरारें’
इस साल हिन्दी सहित अनेक भारतीय भाषाओं में लिखी स्त्री आत्मकथाओं के पाठ और सैद्धांतिकी को लेकर प्रसिद्ध लेखिका और प्रोफ़ेसर गरिमा श्रीवास्तव की किताब आई है ‘चुप्पियाँ और दरारें’। राजकमल प्रकाशन से आई यह...
View Articleसपना भट्ट की चुनिंदा कविताएँ
समकालीन हिन्दी कवियों में सपना भट्ट की कविताएँ बहुत पसंद की जाती हैं। उनकी गहरी संवेदनात्मक कविताओं में भाषा जैसे जीवंत हो उठती है। आज उनकी कुछ चुनी हुई कविताएँ जो इधर-उधर पत्रिकाओं से ली गई हैं-...
View Articleपल्लवी विनोद की कहानी ‘प्यार की एक कहानी सुनो’
आज पढ़िए पल्लवी विनोद की कहानी। यह कहानी समकालीन जीवन स्थितियों में रिश्तों के उतार चढ़ाव को लेकर एक रोचक कहानी है- मॉडरेटर ========================== प्रेम में कितना धँसे हो तुम? सीने तक? नहीं! तो...
View Articleकर्पूरी ठाकुर का हिन्दी साहित्य प्रेम
पत्रकार संतोष सिंह द्वारा लिखित ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर’ पढ़ते हुए भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के साहित्य प्रेम के बारे में कई बातें पता चलीं। कर्पूरी ठाकुर के साहित्य प्रेम को लेकर प्रोफ़ेसर गोपेश्वर सिंह...
View Articleअम्बर पाण्डेय का ‘मतलब हिन्दू’या मतलबी हिंदू
अम्बर पाण्डेय का उपन्यास ‘मतलब हिंदू’ जब से प्रकाशित हुआ है तभी से इसको लेकर चर्चा हो रही है। कोई इस भाषा पर मुग्ध है कोई कथानक पर, कोई कह रहा है कि इसका टोन हिन्दुवादी है तो कोई कह रहा है इसमें हिंदू...
View Articleपाकिस्तान में बैठे आतंकियों पर भारत की स्ट्राइक और गैब्रियल एलन
कल पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों पर भारत ने हवाई हमला किया तो जाने-माने लेखक संजीव पालीवाल को आतंकवाद से लड़ने वाले जासूस किरदारों की याद आई। ऐसा ही एक किरदार है गैब्रियल एलन। आइये आज संजीव पालीवाल के...
View Articleनताशा की कहानी ‘रैपिडो’
विस्थापन होता एक बार है लेकिन उसका प्रभाव, उसकी पीड़ा जीवन भर साथ चलती है। ऐसे ही एक विस्थापित व्यक्ति की कहानी है ‘रैपिडो’, जिसका नाम भी महत्त्वूर्ण नहीं रह जाता, उसका काम ही नाम की तरह इस्तेमाल किया...
View Articleकमलेश्वर की कहानी ‘कामरेड’
हिन्दी के प्रख्यात लेखक कमलेश्वर की कहानी पढ़िए- कामरेड। 1948 में लिखी इस कहानी में उन्होंने एक वामपंथी संगठन के कार्यकर्ता का छद्म उदघाटित किया है। यह शायद कमलेश्वर जी की पहली प्रकाशित कहानी है और...
View Articleसलामी कुबूल करो सआदत हसन मंटो: बाबुषा
आज उस लेखक जन्मदिन है जिसने वहशत के अंधेरों में इंसानियत की शमा जलाई, जिसका लेखन हमारे इतिहास के सबसे भयानक दौर की याद दिलाता है, उस दौर की जब इंसान के अन्दर का शैतान जाग उठा था. उसी सआदत हसन मंटो को...
View Articleगुंजन उपाध्याय पाठक की कविताएँ
गुंजन उपाध्याय पाठक कविता-कहानी लिखती रहती हैं, विभिन्न वेब पोर्टल पर उनकी रचनाएँ प्रकाशित होती रही हैं, जानकीपुल पर उनकी कविताओं के प्रकाशन का यह प्रथम अवसर है – अनुरंजनी =============================...
View Articleलिपिका भूषण से प्रचण्ड प्रवीर की बातचीत
लिपिका भूषण एक अनुभवी मार्केटिङ् विशेषज्ञ हैँ, जिन्होंने प्रकाशन उद्योग मेँ अठारह साल से अधिक समय तक काम किया है। उन्होंने 2013 में ‘मार्केट माई बुक’ नामक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी की स्थापना की, जो...
View Articleप्रज्ञा विश्नोई की सात कहानियाँ
ईमेल में रोज़ाना रचनाएँ आती रहती हैं। लेकिन कभी कभी ऐसी रचना आ जाती है कि मेरे मन का संपादक प्रफुल्लित हो जाता है। प्रज्ञा विश्नोई की कहानियाँ जब मेल में आई तो उनको पढ़ते ही बहुत प्रभावित हुआ। आजकल...
View Article‘मृत्यु कविताएँ’ : कृति से साक्षात्कार
अरुण देव समकालीन कविता के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं। इसी साल उनका कविता संग्रह आया है ‘मृत्यु कविताएँ’। जब से संग्रह प्रकाशित हुआ है इसको लेकर लगातार चर्चाएँ हो रही हैं। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस...
View Articleचेहरा क्या देखते हो
प्रसिद्ध संस्कृतिकर्मी वाणी त्रिपाठी ने आज अपने स्तंभ ‘जनहित में जारी सब पर भारी’ में आज बहुत संवेदनशील विषय उठाया है- क्या अभिनेता-अभिनेत्री के लिए लुक्स ही सब कुछ होता है। क्या इंस्टाग्रामीय युग में...
View Articleविरह का एक विस्तृत पुरालेख गढ़ने वाले कवि आगा शाहिद अली
युवा कवि अंचित ने यह लेख लिखा है भारतीय मूल के अंग्रेज़ी कवि आगा शाहिद अली पर। आगा शाहिद अली का देहांत बहुत कम उम्र में हो गया लेकिन वे अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कवि थे। एक समय में भारतीय अंग्रेज़ी कविता...
View Articleमृदुला गर्ग की पुस्तक ‘साहित्य का मनोसंधान’का एक अंश
प्रसिद्ध लेखिका मृदुला गर्ग के निबंधों का संग्रह हाल में ही पेंगुइन स्वदेश से प्रकाशित हुआ है- साहित्य का मनोसंधान। इस पुस्तक के शीर्षक निबंध का एक अंश पढ़िए, जो मनोविज्ञान और साहित्य को लेकर है-...
View Articleबानू मुश्ताक़ ‘हार्ट लैंप’और बुकर
कन्नड़ भाषा की वरिष्ठ लेखिका बानू मुश्ताक़ की किताब ‘हार्ट लैंप’ को इंटरनेशनल बुकर प्राइज़ देने की घोषणा हुई है। जिसका अनुवाद किया है दीपा भास्ति ने। इसी पुरस्कार पर पढ़िए कोरियन भाषा की विशेषज्ञ...
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