शिरीष कुमार मौर्य की ग़ज़लें
शिरीष कुमार मौर्य की कविताओं का अपना सम्मोहन है। इधर उन्होंने ग़ज़लें लिखी हैं और खूब लिखी हैं। अलग-अलग कैफ़ियत की कुछ ग़ज़लों का आनंद लीजिए- मॉडरेटर ============== 1. थे मगर हम दर-ब-दर ऐसे न थे हम पे...
View Articleप्रसिद्ध जासूसी उपन्यासकार इब्न-ए-सफ़ी की कुछ ग़ज़लें
प्रसिद्ध जासूसी उपन्यासकार इब्न-ए-सफ़ी के बारे में उनके पुराने पाठकों को पता होगा कि वे पहले असरार नारवी के नाम से शायरी करते थे और अच्छे शायर थे। कहते हैं कि एक बार उनके प्रकाशक दोस्त ने उनसे कहा कि...
View Articleविस्मृत नायक : कुबेरनाथ राय
कुबेरनाथ राय हिन्दी के प्रसिद्ध निबंधकार रहे हैं। उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों ‘रस आखेटक’ और ‘प्रिया नीलकंठी’ के बहाने या लेख लिखा है युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर ने। प्रचण्ड आईआईटी दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग...
View Article‘अंबेडकर एक जीवन’का एक अंश
कुछ समय पहले अंग्रेज़ी के जाने माने लेखक शशि थरूर ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जीवनी लिखी थी। जिसका हिन्दी अनुवाद लेखक-पत्रकार अमरेश द्विवेदी ने किया है। वाणी प्रकाशन से प्रकाशित ‘अंबेडकर एक जीवन’...
View Articleनिहाल पराशर की कहानी ‘कहानी फैक्ट्री’
आज पढ़िए युवा लेखक निहाल पराशर की कहानी ‘कहानी फैक्ट्री’। यह कहानी भोपाल से निकलने वाली पत्रिका ‘वनमाली कथा’ में प्रकाशित हुई है। यह कहानी मुझे कई कारणों से अच्छी लगी इसलिए आप लोगों के लिए प्रस्तुत कर...
View Articleमारियो वर्गास ल्योसा के उपन्यास ‘बैड गर्ल’का एक अंश
मारियो वर्गास ल्योसा के उपन्यास ‘बैड गर्ल’ के एक सम्पादित अंश का अनुवाद.. ल्योसा का यह उपन्यास 2007 में प्रकाशित हुआ था। यह अंश एक तरह से कम्युनिस्ट आंदोलन पर उनकी टिप्पणी की तरह है- मॉडरेटर...
View Articleमधु कांकरिया की किताब ‘मेरी ढाका डायरी’का एक अंश
वरिष्ठ लेखिका मधु कांकरिया की किताब आई है ‘मेरी ढाका डायरी’। इस डायरी की एक ख़ासियत यह लगी कि इसमें बाग्लादेश की राजनीतिक परतों को उघाड़ने की कोशिश की गई है। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस किताब का एक...
View Articleविनीता परमार की कहानी ‘नदी की शोक कथा’
आज पढ़िए जानी-मानी लेखिका विनीता परमार की कहानी। यह नदियों से मनुष्य के आदिम रिश्ते की स्मृति कथा हो जैसे। आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ========================= नदी कितना भटकती है; कभी सीधा तो कभी आड़े—टेढ़ा...
View Articleसंजीव पालीवाल की ‘किताबी बात’- 1
आज प्रसिद्ध लेखक संजीव पालीवाल के स्तंभ ‘किताबी बात’ की शुरुआत कर रहे हैं। इस स्तंभ के माध्यम से हम हर बार आपको एक किसी नई लोकप्रिय किताब से रूबरू करवाने की कोशिश करेंगे। इस कड़ी में इस बात का ध्यान भी...
View Articleप्रियंका दुबे की कहानी ‘कबूतर की टूटी मुंडी’
वनमाली कथा पत्रिका के फ़रवरी अंक में युवा लेखिका प्रियंका दुबे की कहानी प्रकाशित हुई थी। वह कहानी आज आपके पढ़ने-विचारने के लिए प्रस्तुत है। इसके लिए विशेष रूप से भूमिका लिखी है हिन्दी-अंग्रेज़ी की...
View Articleध्वनि सिद्धान्त, जेनेरेटिव एआई और हिन्दी पठन-पाठन का भविष्य
जेनेरेटिव एआइ ने समाज के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रभाव डाला है। चिकित्सा विज्ञान, विधि, फाइनेंस, कला, चलचित्र, मैन्युफैक्चरिंग से लेकर तमाम क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की शाखा ‘जेनेरेटिव...
View Articleप्रेमी प्रेमिका और उनके वो
पल्लवी त्रिवेदी ऑफ़बीट लिखती हैं। कभी विषय तो कभी विधा। अब गद्य-कविता के में लिखी उनकी यह सीरिज़ देखिए- मॉडरेटर ========================== 1- प्रेमिका का पति —————– हम अचानक ही मिल गए थे किसी समारोह...
View Article‘शासितों की राजनीति’का अनुवाद और भूमिका
इस साल हिन्दी में एक महत्वपूर्ण पुस्तक का अनुवाद आया। प्रसिद्ध राजनीतिक सिद्धांतकार पार्थ चटर्जी की किताब ‘The Politics Of Governed’ का अनुवाद ‘शासितों की राजनीति’ के नाम से। यह अपनी तरह की अनूठी किताब...
View Articleराजनंदिनी राजपूत की कहानी ‘खरबूज’
ब्यावर, राजस्थान में रहने वाली युवा लेखिका राजनंदिनी राजपूत की यह कहानी इनबॉक्स में आई तो पढ़कर लगा कि साझा करना चाहिए। लिखने में संभावना दिखाई दे रहीं है। आप भी पढ़कर बताइएगा- मॉडरेटर...
View Articleविस्मृत नहीं, अमर नायक हैं कुबेरनाथ राय
पिछले दिनों प्रसिद्ध निबंधकार कुबेरनाथ राय के कुछ निबंधों पर प्रचण्ड प्रवीर ने जानकी पुल पर एक लेख लिखा था। उस लेख को पढ़कर प्रोफ़ेसर मनोज राय ने यह लेख लिखा है। मनोज राय महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय...
View Articleप्रतिबद्धता की एक अलहदा भाषा का सृजन करता उपन्यास ‘ख़लल’
वरिष्ठ लेखक संतोष दीक्षित का नया उपन्यास ‘ख़लल’ सेतु प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है। समकालीन समय के सामाजिक-राजनीतिक बदलावों, सांप्रदायिकता को लेकर लिखे गये इस संवेदनशील उपन्यास पर बहुत अच्छी टिप्पणी लिखी...
View Articleगौतम राजऋषि से कुमारी रोहिणी की बातचीत
आज पढ़ते हैं गौतम राजऋषि से बातचीत। गौतम सेना में कर्नल हैं, हम लोगों के लिए उम्दा शायर हैं, कथाकार हैं। लेकिन यह बातचीत उनके उपन्यास ‘हैशटैग’ को लेकर है। अनबाउंड स्क्रिप्ट प्रकाशन से प्रकाशित इस...
View Articleहिन्दी साहित्य दोहरे संकट से जूझ रहा है: शुभ्रास्था
हिन्दी लेखकों की वर्तमान दशा-दिशा पर यह टिप्पणी लिखी है संस्कृतिकर्मी-सामाजिक कार्यकर्ता शुभ्रास्था ने, जो अपना राजनीतिक परामर्श उद्यम चलाती हैं। आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ======================== यह लेख...
View Articleमराठी के शीर्ष लेखक विश्वास पाटिल से प्रभात रंजन की बातचीत
आज प्रस्तुत है मराठी भाषा के शीर्ष लेखक बल्कि कहना चाहिए कि भारत के शीर्ष लेखक विश्वास पाटिल से बातचीत। अपने ऐतिहासिक उपन्यासों से भारतीय साहित्य में उन्होंने अपना एक अलग मुक़ाम बनाया है। इस बातचीत के...
View Articleपहलगाम: मेरी डायरी के पन्नों से
आज पढ़िए प्रसिद्ध संस्कृतिकर्मी वाणी त्रिपाठी के स्तंभ ‘जनहित में जारी सब पर भारी’ की अगली किस्त- मॉडरेटर ===================== हमारी दुनिया में हर किसी की अपनी कहानी होती है। लेकिन कुछ कहानियाँ ऐसी...
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