कविता शुक्रवार 14: बसंत त्रिपाठी की कविताएँ सफ़दर शामी के चित्र
‘कविता शुक्रवार’ के इस अंक में बसंत त्रिपाठी की कविताएं और सफदर शामी के चित्र शामिल हैं। बसंत त्रिपाठी का जन्म 25 मार्च 1972 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ। शालेय शिक्षा से लेकर बी-एस.सी, एम.ए. (हिंदी)...
View Articleपुस्तक ‘ल्हासा नहीं…लवासा’का एक अंश
प्रस्तुत है सचिन देव शर्मा की पुस्तक ‘ल्हासा नहीं… लवासा’ का अंश।सचिन देव शर्मा पेशे से एचआर प्रोफेशनल हैं और शौक से एक लेखक व यात्री। सचिन बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, दिल्ली से एमबीए...
View Articleहिन्दी दिवस – कथा का उपसंहार: नवीन चौधरी
नवीन चौधरी ‘जनता स्टोर’ के लेखक हैं, किताबों की मार्केटिंग के क्षेत्र के अनुभवी व्यक्ति है। हिंदी के नए पाठकों को लेकर उनका यह सर्वेक्षण नए पाठकों के मानस को समझने में बहुत मदद करने वाला है। आप भी...
View Articleआत्मनिर्भरता का लक्ष्य और मातृभाषा में शिक्षा
अशोक महेश्वरी का यह लेख भारतीय भाषाओं में शिक्षा और आत्मनिर्भरता को लक्ष्य करके लिखा गया है। इस लेख में उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदु उठाए हैं, जैसे यह कि बाजार की दृष्टि से भारतीय भाषाओं का आकलन किया...
View Articleमृणाल पाण्डे की कथा ‘नकाबपोश नकटापंथ की उत्थान-पतन कथा’
पुरानी लोककथाओं की शैली में प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे कथा सीरिज़ लिख रही हैं ‘बच्चों को न सुनाने लायक़ बालकथाएँ’। यह सोलहवीं कथा है जो साधू के वेश में रह रहे एक ठग की कथा है। रोचक और प्रासंगिक। आप...
View Articleमेरे गाँव से दिल्ली का रास्ता अमरोहे से होकर जाता है
सुहैब अहमद फ़ारूक़ी पेशे से पुलिस अधिकारी हैं मिज़ाज से शायर। इस लेख में उन्होंने याद किया है नश्तर अमरोहवी को, जिनका ताल्लुक़ ज़ौन इलिया के वतन अमरोहा से था। क्या शिद्दत से याद किया है उनको सुहैब जी...
View Articleअलविदा सीमा घुरैया: सीरज सक्सेना
देश की ख्यातनाम चित्रकार सीमा घुरैया 22 सितम्बर की शाम अपनी उस अनन्त यात्रा में चली गईं, जहाँ से वे अब केवल कला-बिरादरी की स्मृतियों में ही रहेंगी। ‘जानकी पुल’ और उसके साप्ताहिक उपक्रम ‘कविता...
View Articleसोशल मीडिया की असलियत बताने वाली फ़िल्म है ‘द सोशल डिलेमा’
प्रज्ञा मिश्रा ब्रिटेन में रहती हैं और समय-समाज से जुड़े मुद्दों को लेकर जानकी पुल पर नियमित लिखती हैं। उनकी यह टिप्पणी जेफ़ ओरलोवसकी निर्देशित डोक्यूड्रामा ‘सोशल डिलेमा’ पर है। आप भी पढ़िए-...
View Articleकविता शुक्रवार 15: हृदयेश मयंक की कविताएं बसंत भार्गव के चित्र
इस बार की प्रस्तुति में हृदयेश मयंक की कविताएं और बसंत भार्गव के चित्र शामिल हैं। हृदयेश मयंक का जन्म 18 सितम्बर 1951को जौनपुर जिले के एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने एम ए हिन्दी मुंबई विश्व...
View Articleहमें अपनी भाषाओं की ओर लौटना ही पड़ेगा
आत्मनिर्भरता का संबंध मातृभाषा से भी है। अशोक महेश्वरी ने अपने इस लेख में यह बताने की कोशिश की है कि जब काम करने वाले और काम कराने वाले एक ही भाषा भाषी होंगे तो उससे आत्मनिर्भरता का द्वारा खुलेगा।...
View Articleज़रूरी सवालों और संकटों को संबोधित करती कहानियां:संजीव कुमार
अशोक कुमार पांडेय को लेखक के रूप में मैं उनकी इस कहानी के लिए भी याद रखता हूँ, ‘इस देश में मिलिट्री शासन लगा देना चाहिए’, अपने कथ्य में ही नहीं अपनी कला में भी यह कहानी अपने कथ्य में ही नहीं अपनी कला...
View Articleकवि वीरेन डंगवाल का स्मरण
आज कवि वीरेन डंगवाल की पुण्यतिथि है। उनको स्मरण करते हुए यह टिप्पणी की है कवि-कथाकार-पत्रकार हरि मृदुल ने- =============== ‘मैं तो सतत रहूंगा तुम्हारे भीतर नमी बनकर, जिसके स्पर्श मात्र से जाग उठा है...
View Articleनिवेदिता की कहानी ‘मैं पगली ऐसी जली कोयला भई न राख’
निवेदिता जी सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। आम लोगों के जीवन को बड़े क़रीब से देखती हैं। जीवंत कहानियाँ लिखती हैं। जैसे यह कहानी। मिथिला की परम्परा, स्त्रियों के मन की कसक की एक बेजोड़ कहानी है। आप...
View Articleअभिलाष: उनका एक गीत मनुष्यता का प्रार्थना गीत बन गया!
गीतकार अभिलाष को याद करते हुए यह श्रद्धांजलि लेख लिखा है अजय बोकिल ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ========== जैसे कि ‘उसने कहा था’ कहानी ने चंद्रधर शर्मा गुलेरी को हिंदी साहित्य में अमर कर दिया, कुछ उसी...
View Article‘स्टूडेंट लाइफ़ के क़िस्से’का एक अंश
हरमिंदर सिंह चहल को हम सब ‘समय पत्रिका’ के संपादक के रूप में जानते हैं। वे बहुत अच्छे लेखक भी हैं। उनका एक उपन्यास पहले प्रकाशित हो चुका है। अभी हाल में ही किंडल पर उनका ईबुक प्रकाशित हुआ है ‘स्टूडेंट...
View Articleपुष्यमित्र की किताब ‘रुकतापुर’का एक अंश
लेखक-पत्रकार पुष्यमित्र की किताब आई है ‘रुकतापुर’। बिहार को लेकर लिखी गई इस किताब का एक चुनिंदा अंश पढ़िए। किताब का प्रकाशन राजकमल प्रकाशन समूह के उपक्रम सार्थक ने किया है। आप अंश पढ़ सकते हैं-...
View Articleकविता शुक्रवार 16: ध्रुव शुक्ल की कविताएँ विनय अम्बर के चित्र
गांधी जयंती पर आज प्रस्तुत हैं ध्रुव शुक्ल की कविताएं और विनय अंबर के गांधी केंद्रित कुछ चित्र। कवि-कथाकार ध्रुव शुक्ल का जन्म वर्ष 1953 में सागर, मध्यप्रदेश में हुआ था। उनके अब तक तीन उपन्यास- ‘उसी...
View Articleमूर्ख, महामूर्ख और वज्रमूर्खों की कथा: मृणाल पाण्डे
बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथाओं की यह सत्रहवीं कड़ी है। वरिष्ठ लेखिका मृणाल पाण्डे लोक कथाओं की पोटली खोलती हैं और सदियों की संचित कथाओं में हमें अपने समकालीन राजनीतिक प्रसंग समझ में आने लगते हैं।...
View Articleजीवन के तमाम उतार चढ़ावों को दर्शाती एक महत्वपूर्ण फिल्म
कोरियाई फ़िल्म ‘Spring, Summer, Fall, Winter and Spring’ की यह समीक्षा लिखी है सैयद तौहीद शाहबाज़ ने। समीक्षा पढ़कर 2003 में आई किम कू डुक इस फ़िल्म देखने की ख़्वाहिश जाग उठी- =================...
View Articleकृष्णनाथ की पुस्तक ‘पृथ्वी परिक्रमा’की काव्यात्मक समीक्षा
कृष्णनाथ की प्रसिद्ध पुस्तक ‘पृथ्वी परिक्रमा’ की यह कविता समीक्षा की है यतीश कुमार ने। आप भी आनंद लीजिए- =============== 1. पश्चिमी हवा है और यात्रा भी पर ध्येय तो पूरबी है और जिज्ञासा भी सहज...
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