शैलेंद्र शर्मा की कहानी ‘तीन पगडंडियां’
शैलेन्द्र शर्मा पेशे से चिकित्सक हैं। 1980-90 के दशक में हिंदी की सभी पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कहानियाँ प्रकाशित होती थीं, सराही जाती थीं। लम्बे अंतराल के बाद इन्होंने दुबारा लेखन शुरू किया है। जानकी...
View Articleआयो गोरखाली और गोरखाओं का इतिहास
गोरखाओं के इतिहास पर एक किताब आई है ‘आयो गोरखाली – अ हिस्ट्री ऑफ द गुरखा’स’, जिसके लेखक हैं टिम आई. गुरुंग. वेस्टलैंड से आई इस पुस्तक पर आज कलिंगा लिटेररी फ़ेस्टिवल के भाव संवाद में लेखक से बातचीत...
View Articleरवि रंजन की कविताएँ
रवि रंजन दिल्ली विश्वविद्यालय के ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में राजनीति शास्त्र पढ़ाते हैं। उनकी कुछ कविताएँ पढ़िए ================= जीवन की कविता में अलंकरण ज़िंदगी की कहानी में संकलन पूर्णता नहीं...
View Articleतेलुगु उपन्यासकार केशव रेड्डी के उपन्यास ‘भू-देवता’का अंश
केशव रेड्डी की गिनती तेलुगु के प्रतिष्ठित उपन्यासकारों में होती है। 2019 में किसान के जीवन पर आधारित उपन्यास भू-देवता काफी चर्चित रहा था। संयोग से इस समय पूरे देश में किसान एक बार फिर चर्चा में हैं।...
View Articleराकेश श्रीमाल की कविताएँ
जानकी पुल के उपक्रम ‘कविता शुक्रवार’ के संपादक राकेश श्रीमाल का आज जन्मदिन (5 दिसम्बर) है। जानकी पुल की तरफ से बधाई देने के लिए उनके पहले कविता संग्रह ‘अन्य’ (वाणी प्रकाशन, 2001) में प्रकाशित उनकी कुछ...
View Articleबापू और बाबा साहेब- कितने दूर,कितने पास
विवेक शुक्ला जाने माने पत्रकार हैं। आज उनका यह लेख पढ़िए जो गांधी और बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के आपसी संबंधों को लेकर है। आज बाबा साहेब की जयंती पर विशेष- ============== महात्मा गांधी और बाबा साहेब...
View Articleसुरेंद्र मोहन पाठक की आत्मकथा ‘निंदक नियरे राखिए’का एक अंश
सुरेंद्र मोहन पाठक की आत्मकथा का तीसरा खंड ‘निंदक नियरे राखिए’ हाल में ही प्रकाशित हुआ है। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक के एक अंश का आनंद लीजिए- ====================== यहाँ मैं पिछले साठ साल...
View Articleकलिंगा लिटेरेरी फ़ेस्टिवल का भाव संवाद: आगामी चर्चाएँ
कलिंगा लिटेरेरी फ़ेस्टिवल का भाव संवाद इस लॉकडाउन के दौरान बहुत सक्रिय रहा और उसने ऑनलाइन बौद्धिक चर्चाओं का एक अलग ही स्तम्भ खड़ा किया है। आगामी चर्चाओं के बारे में पढ़िए- =================== केएलएफ...
View Articleमंगलेश डबराल की कविताएँ
एक कवि हमेशा अपनी कविताओं के जरिए हम सबकी स्मृतियों में रहता है। जानकी पुल का उपक्रम ‘कविता शुक्रवार’ मंगलेश डबराल की इन कुछ कविताओं से उन्हें नमन करता है। उनकी कविताएँ सदा हमारे साथ रहेंगी-...
View Articleमेरी कवयित्री चाची ‘शैलप्रिया’ – अविनाश
कवयित्री शैलप्रिया जी को याद करते हुए यह संस्मरण लिखा है अविनाश दास ने। वे जाने माने फ़िल्म निर्देशक हैं, लेकिन उससे पहले बहुत अच्छे कवि और गद्यकार हैं। आइए शैलप्रिया जी को याद करते हैं-...
View Articleमुझे दस जूते मार लीजिए लेकिन घर से मत निकालिए
बनारस का नाम आने पर लेखक शिव प्रसाद सिंह का नाम ज़रूर आएगा। उनके ऊपर एक बहुत अलग तरह का गद्य लिखा है बीएचयू की शोध छात्रा रही प्रियंका नारायण ने। आप भी पढ़िए- ==================== मुझे दस जूते मार...
View Articleकवि चोर के लव जिहाद की कथा: मृणाल पाण्डे
चौरपंचाशिका से लेकर उत्तराखंड के लोकगीतों में विस्तृत कथाओं का रस घोल यह कथा तैयार की है जानी मानी लेखक मृणाल पाण्डे ने। बच्चों को न सुनाने लायक़ बाल कथाएँ सीरीज़ की यह 21 वीं कथा ज़रा देर से आई लेकिन...
View Articleप्रवीण कुमार झा की कहानी ‘अहुना मटन’
प्रवीण कुमार झा की यह कहानी पढ़िए। चंपारण के अहुना मटन के बहाने एक ग्लोबल कहानी- =================================== ‘ग म धss…ग म धsss’ भोर के घुप्प अंधकार में धैवत को आंदोलित करते भैरव गा रहा हूँ...
View Articleसांता जो किताबें लेकर आने वाला है!
हमारे जीवन में पर्व त्योहारों का बहुत महत्व है। अपनी अपनी ख़ुशियों को साझा करने के अवसर होते हैं ये पर्व त्योहार। पिछले कुछ दिनों से ऐसे मौक़ों को राजकमल प्रकाशन समूह किताबों के साथ मनाने की योजना...
View Articleयुवा कवि शाश्वत की कविताएँ
बनारस के युवा शाश्वत की कविताओं की तरफ़ युवा कवयित्री अनामिका अनु ने ध्यान दिलाया। ताज़गी से भरी ये कविताएँ साझा कर रहा हूँ- ========================= 1.छोड़े गये प्रेमी छोड़े गये प्रेमी…… छोड़े...
View Articleसदेई और सदेऊ की कथा: मृणाल पाण्डे
प्रसिद्ध लेखिका-संपादिका मृणाल पाण्डे की बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथाएँ का यह 22 वाँ खंड है। इस बार गढ़वाल की मूल लोककथा को आधार बनाकर उन्होंने एक शानदार कथा रची है। भाषा, परिवेश, संदेश सब लिहाज़...
View Articleमीरां का कैननाइजेशन
मीरां के समय और समाज एकाग्र पुस्तक ‘पचरंग चोला पहर सखी री’ (2015) का प्रदीप त्रिखा द्वारा अनूदित अंग्रेज़ी संस्करण ‘मीरां वर्सेज़ मीरां’ वाणी बुक कंपनी, नयी दिल्ली से प्रकाशित हुआ है। यहाँ इस पुस्तक के...
View Articleहिमांशु सिंह की कहानी ‘मार्जार’
आज पढ़िए युवा लेखक हिमांशु सिंह की कहानी। हिमांशु सिंह सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करते हैं और हिन्दी साहित्य के विद्यार्थी हैं. दृष्टि संस्थान से जुड़े हैं और स्वतंत्र लेखन भी करते हैं. ‘मार्जार’...
View Articleकलिंगा लिटेरेरी फ़ेस्टिवल का भाव संवाद: आगामी चर्चाएँ
कलिंगा लिटेरेरी फ़ेस्टिवल का भाव संवाद इस लॉकडाउन के दौरान बहुत सक्रिय रहा और उसने ऑनलाइन बौद्धिक चर्चाओं का एक अलग ही स्तम्भ खड़ा किया है। आगामी चर्चाओं के बारे में पढ़िए- =================== केएलएफ...
View Articleसरताज-ए-मौसीक़ी नौशाद
आज संगीतकार नौशाद साहब की जयंती है। उनकी जयंती पर पढ़ते हैं मनोहर नोतानी का लिखा यह लेख। लेखक, अनुवादक मनोहर नोतानी। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग व उत्पादकता में...
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