एक भू सुंघवा लेखक की यात्राएँ
राकेश तिवारी के यात्रा वृत्तांत ‘पहलू में आए ओर-छोर : दो देश चिली और टर्की’ पर प्रसिद्ध लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ की टिप्पणी। पुस्तक का प्रकाशन सार्थक, राजकमल ने किया है- ======== यात्रावृत्तातों की...
View Articleरेणु के साहित्य से परिचित हुआ तो लगा खजाना मिल गया!
यह फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशताब्दी के साल की शुरुआत है। वरिष्ठ लेखक और रेणु की परम्परा के समर्थ हस्ताक्षर शिवमूर्ति जी का लेख पढ़िए रेणु की लेखन कला पर- मॉडरेटर ============= रेणु: संभवामि युगे युगे…...
View Articleकाहे के भारत देश में आये कोरोनवा रे/ मार-मार के तोहके भगईहें पबलिकिया रे
आजकल कोरोना को लेकर गीत लिखे जा रहे हैं, दीये जलाए जा रहे हैं। युवा लेखक और इलाहाबाद में प्राध्यापक सुजीत कुमार सिंह ने अपने इस लेख में 1893 में लखनऊ के मुंशी नवल किशोर प्रेस से प्रकाशित ‘महारामायण को...
View Articleएडुवर्ड हेरेन्ट की की कविताएँ
एडुवर्ड हेरेन्ट की की कविताओं का अनुवाद किया है युवा कवयित्री अनामिका अनु ने– ===== आर्मेनिया १. *** वाॅन गाॅ ने अपने कानों से मुक्ति पा ली क्योंकि उसे इसकी जरूरत नहीं थी वह असाधारण लोगों को पहले...
View Articleअनघ शर्मा की कहानी ‘हिज्र के दोनों ओर खड़ा है एक पेड़ हरा’
युवा लेखक अनघ शर्मा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनका कहानी संग्रह ‘धूप की मुँडेर’ राजकमल से प्रकाशित हुआ है और उसकी अच्छी चर्चा हुई है। यह उनकी नई कहानी है- ===== 1 जाने किन अनदेखे, अदृश्य बंजारों...
View Articleआश्चर्य का संगीत रचने वाला एक संगीतकार
आज प्रख्यात सितारवादक पंडित रविशंकर की सौवीं जयंती है। युवा कवि निर्वाण योगऋत ने उनकी संगीत यात्रा के कुछ महत्वपूर्ण पड़ावों की चर्चा इस लेख में की है- ================== महान सिने-मास्टर सत्यजित राय...
View Articleवाह उस्ताद : फनकार और सुनकार का साझा घराना
प्रवीण कुमार झा की किताब ‘वाह उस्ताद’ की समीक्षा लिखी है डॉक्टर असित कुमार गोस्वामी ने। देश विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके सितार वादक और साहित्य प्रेमी डॉ असित गोस्वामी वर्तमान में बीकानेर के...
View Article‘वोल्गा से गंगा’की सभ्यता यात्रा और दो कहानियाँ
आज महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जयंती है। ‘वोल्गा से गंगा’ की दो कहानियों के माध्यम से एक लेख में श्रुति कुमुद ने उनके नवजागरण संबंधी विचारों को परखने की कोशिश की है।श्रुति कुमुद विश्वभारती...
View Articleपुस्तकें भी लेखकों से लुका-छिपी का खेल खेलती हैं: अशोक वाजपेयी
अशोक वाजपेयी हिंदी के सबसे पढ़ाकू लेखक हैं। विश्व साहित्य का उनका संग्रह और ज्ञान अनुकरणीय है। इस उम्र में भी उनकी सक्रियता, उनका अध्ययन प्रेरक है। लॉकडाउन के दौर में जानकी पुल ने उनसे कुछ सवाल किए और...
View Articleउनके दामन पर गुरुर के छींटे कभी नहीं पड़े:शांति हीरानन्द से यतीन्द्र मिश्र की...
आज मशहूर गायिका शांति हीरानंद का निधन हो गया। वह बेगम अख़्तर की शिष्या थीं और उन्होंने बेगम अख़्तर पर एक किताब भी लिखी थी। उनको याद करते हुए उनकी एक पुरानी बातचीत पढ़िए। बातचीत प्रसिद्ध कवि-लेखक...
View Articleनक्शे, सरहदें, शांति, लघु जीवन और कला की एकरूपता से सजी है ‘बिसात पर जुगनू’
वंदना राग के उपन्यास ‘बिसात पर जुगनू’ पर यह टिप्पणी राजीव कुमार की ने लिखी है। उपन्यास राजकमल से प्रकाशित है- =============== “हम सब इत्तिहाद से बने हैं। हम सबमें एक दूसरे का कोई ना कोई हिस्सा है।...
View Articleत्रिपुरारि की कहानी ‘जिगोलो’
कुछ माह पहले युवा लेखक त्रिपुरारि का कहानी संग्रह आया है ‘नॉर्थ कैम्पस’। त्रिपुरारि की शायरी की तरह उनकी कहानियों में भी युवा जीवन की संवेदनाएँ हैं। वह आज के लेखक हैं। आज के युवा किस तरह सोचते हैं,...
View Articleलॉकडाउन और अज्ञेय की कहानी ‘गैंग्रीन’
आजकल मुझे अज्ञेय की कहानी ‘गैंग्रीन’ कहानी का ध्यान आता है, जो रोज़ के नाम से भी प्रकाशित हुई है। इस कहानी को स्त्री-विमर्श के संदर्भ में पढ़ा जाता रहा है लेकिन आजकल मुझे यह कहानी दिन के ख़ालीपन, उजाड़...
View Articleएटरनल सनशाइन ऑफ़ द स्पॉटलेस माइंड: स्मृति वन में भटकते मन की कथा-फ़िल्म
सुदीप्ति जब फ़िल्मों पर लिखती हैं तो वह इतना परिपूर्ण होता है कि अपने आपमें स्वतंत्र कलाकृति के समान लगता है। जैसे ‘एटरनल सनशाइन ऑफ़ द स्पॉटलेस माइंड’ पर लिखते हुए मानव जीवन में स्मृतियों के महत्व के...
View Articleउषाकिरण खान की कहानी ‘नये समय पर’
हिंदी-मैथिली की वरिष्ठ लेखिका उषाकिरण खान की नई कहानी पढ़िए। समकालीन संदर्भों में इस कहानी का कुछ मतलब समझ में आएगा- ======== यहीं वह स्थान है जहाँ पुष्पा ने जन्म लिया था, यहीं इसकी पहली...
View Articleभारत का पहला दलित नेता
क्रिस्तोफ़ जाफ़्रलो द्वारा लिखित भीमराव अम्बेडकर की जीवनी भीमराव आंबेडकर एक जीवनी का अनुवाद राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित है। जिसका अनुवाद योगेन्द्र दत्त ने किया है। आज बाबासाहेब की जयंती है। इस अवसर पर...
View Article‘स्व’ रहित स्वाभिमान और स्त्री-विमर्श के मूलभूत सिद्धांतो की जुगलबंदी की कहानी
वरिष्ठ लेखिका गीताश्री का उपन्यास ‘वाया मीडिया – एक रोमिंग रिपोर्टर की डायरी’ इस साल विश्व पुस्तक मेले में आया था। कुछ महिला पत्रकारों के कामकाज पर आधारीय यह उपन्यास बहुत अलग ज़मीन का उपन्यास है। आज...
View Articleकाग़ज़ पर ज़िंदगी के रंग जैसा
युवा लेखक अनघ शर्मा की डायरी के कुछ पन्ने हैं। लॉकडाउन के दौरान एक लेखक के मन में क्या कुछ उमड़ता-घुमड़ता रहता है। पढ़ने लायक़ है- ======================== “ये किसी डायरी के पन्ने नहीं हैं। डायरी मुझे...
View Articleविराट के लेखक की आत्मकथा के बहाने
आज गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर विजय शर्मा ने उनकी आत्मकथा ‘लिविंग टु टेल द टेल’ पर लिखा है। बीस साल पहले प्रकाशित इस आत्मकथा के बाद मार्केज़ के जीवन और साहित्य पर बहुत कुछ...
View Articleतरुण भटनागर के उपन्यास ‘बेदावा’का एक अंश
तरुण भटनागर के लेखन से हम सब अच्छी तरह परिचित रहे हैं। यह उनके नए उपन्यास ‘बेदावा’ का अंश है। यह उपन्यास उनके अपने लेखन में भी एक भिन्न प्रकृति का उपन्यास है। राजकमल से प्रकाशित इस उपन्यास का आप अंश...
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