भोजपुरी के भिखारी, जिन्हें मल्लिकजी कहा जाता है
आज भोजपुरी के अमर लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की जयंती है. उनको याद करते हुए, उनके योगदान को याद करते हुए प्रसिद्ध लोक गायिका चन्दन तिवारी का यह लेख पढ़िए. बेहद पठनीय और जरूरी लेख आज के दिन के लिए- मॉडरेटर...
View Articleदिव्य प्रकाश दुबे की आनेवाली किताब ‘अक्टूबर जंक्शन’ के कुछ अंश
दिव्य प्रकाश दुबे ‘नई वाली हिंदी’ के सबसे पुराने लेखक हैं. उनका नया उपन्यास आ रहा है ‘अक्टूबर जंक्शन’. उसके कुछ चुनिन्दा अंश पढ़िए- मॉडरेटर ================================== किताब के बारे में- चित्रा...
View Articleउपन्यास की स्त्री: अपूर्णता का विधान
आशुतोष भारद्वाज शिमला के उच्च अध्ययन संस्थान में अपनी फ़ेलोशिप के दौरान भारतीय उपन्यास की स्त्री पर एक किताब लिख रहे हैं। उसका एक अंश- मॉडरेटर ========================================== उपन्यास की...
View Articleहीरो के अलावा बाकी सब ‘जीरो’
शाहरुख़ खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जीरो’ आ गई. इस फिल्म की समीक्षा लिखी है सैयद एस. तौहीद ने- मॉडरेटर ================ ग्यारह महीने पहले ज़ीरो का पहला टीज़र आया था।जनवरी से दिसंबर तक का इंतज़ार कराके साल...
View Articleसेक्स के कोरे चित्रण से कोई रचना इरोटिका नहीं हो जाती – संदीप नैयर
संदीप नैयर को मैंने पढ़ा नहीं है लेकिन फेसबुक पर उनकी सक्रियता से अच्छी तरह वाकिफ हूँ. उनका उपन्यास मेरे पास हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद दोनों रूपों में उपलब्ध है. समय मिलते ही पढूंगा. उनके साथ यह...
View Articleराजकमल प्रकाशन का 70वां साल और सहयात्रा का उत्सव
हिंदी साहित्य के पर्याय की तरह है राजकमल प्रकाशन. पुस्तकों को लेकर नवोन्मेष से लेकर हिंदी के क्लासिक साहित्य के प्रकाशन, प्रसार में इन सत्तर सालों में राजकमल ने अनेक मील स्तम्भ स्थापित किये हैं....
View Articleफ़नकार नहीं, सुनकार!
शाम को संगीत सभा होती है. जब इस सभा में हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को लेकर प्रवीण झा को पढने को मिल जाए तो कहना ही क्या. पढ़िए उनके कुछ संगीत-किस्से- मॉडरेटर...
View Articleइतिहास के गड़े मुर्दे, धर्म और इतिहास
इतिहासकार रज़ीउद्दीन अक़ील लगातार हिंदी में लिखते हैं और अनेक संवेदनशील विषयों से हिंदी भाषा को समृद्ध करते हैं. जैसे यह लेख देखिये जिसमें इतिहास लेखन और धर्म के विषय पर उन्होंने स्पष्ट सोच के साथ लिखा...
View Articleबीतता साल साहित्य का हाल
अजमेर में प्राध्यापिका विमलेश शर्मा ने साल 2018 के साहित्यिक परिदृश्य का लेखा जोखा प्रस्तुत किया है. लेख में व्यक्त विचार लेखिका के अपने हैं- मॉडरेटर ======================================= और शब्द-रथ...
View Articleसुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का अगला खंड राजकमल से
हिंदी में पाठक घट रहे हैं या बढ़ रहे हैं यह वाद विवाद का विषय हो सकता है लेकिन एक बात सच है कि हिंदी में पाठकजी(सुरेन्द्र मोहन पाठक) का विस्तार होता जा रहा है. कभी हिंदी में लुगदी साहित्य के पर्याय माने...
View Articleदेर आयद दुरुस्त आयद: सुरेन्द्र मोहन पाठक
अगला साल सुरेन्द्र मोहन पाठक के लेखन का साठवां साल है. साथ साल पहले उनकी एक कहानी ‘माया’ पत्रिका में प्रकाशित हुई थी. लेकिन अपने लेखकीय जीवन के साठवें साल में भी उनके पास नई-नई योजनायें हैं, अपने...
View Articleप्रियंका ओम की कहानी ‘वह फूहड़ स्त्री’
आज प्रियंका ओम की कहानी ‘वह फूहड़ स्त्री’ पढ़िए. नए साल की शुरुआत समकालीन रचनाशीलता से करते हैं- मॉडरेटर ===================== उस स्त्री के पहनावे का रंग संयोजन था मुझे विस्मय से भर देता ! पीले रंग की...
View Articleअनुकृति उपाध्याय के कथा संग्रह ‘जापानी सराय’की भूमिका
अनुकृति उपाध्याय हिंदी कहानीकारों की जमात में नई हैं लेकिन उनकी कहानियां बहुत अलग तरह की हैं. उनका पहला कथा संग्रह राजपाल एंड संज से प्रकाशित हुआ है ‘जापानी सराय’. जिसकी भूमिका लिखी है सुप्रसिद्ध...
View Articleअपना शहर पराया शहर
भाषा एवं शिक्षा शास्त्र विशेषज्ञ कौशलेन्द्र प्रपन्न का यह लेख शहरों के अपने परायेपन को लेकर है. बेहद आत्मीय गद्य- मॉडरेटर ==================== शहर किसी का भी हो वह हमें ताउम्र प्यारा होता है। बार बार...
View Articleअमृत रंजन के कविता संकलन ‘जहाँ नहीं गया’की भूमिका
हाल में ही जानकी पुल के संपादक और युवतम कवि अमृत रंजन का कविता संकलन ‘जहाँ नहीं गया’ नयी किताब प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. आप किताब की भूमिका पढ़ सकते हैं जो मैंने लिखी है. पुस्तक मेले में यह किताब नयी...
View Articleइतिहास पृष्ठभूमि है तो साहित्य उस पर पड़ने वाला प्रकाश है- त्रिलोकनाथ पाण्डेय
‘प्रेम लहरी’ के लेखक त्रिलोकनाथ पाण्डेय से युवा लेखक पीयूष द्विवेदी की बातचीत पढ़िए. यह उपन्यास राजकमल प्रकाशन के स्टाल पर उपलब्ध है- मॉडरेटर ======================================== सवाल – आपने अपनी...
View Articleराकेश रेणु की कुछ कविताएँ
चुप्पा कवि राकेश रेणु का कविता संग्रह भी इस मेले में मौजूद है ‘इसी से बचा जीवन’, जो लोकमित्र प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. शायद इस बात को राकेश जी भी न जानते हों कि सीतामढ़ी में रहते हुए अपने शहर के जिस...
View Articleचीनी लेखक लाओ मा की कहानी ‘मरीज को देखने जाना’
हाल में मैंने जिन किताबों के अनुवाद किये हैं उनमें चीनी लेखक लाओ मा की कहानियों का संग्रह ‘भीड़ में तन्हा’ बहुत अलग है. चीन की राजनीति, समाज पर लगातार एक व्यंग्यात्मक शैली में उन्होंने कहानियां लिखी...
View Articleरउफ रज़ा की गज़लें: इरशाद खान सिकंदर की प्रस्तुति
2 दिसम्बर 2016 को रऊफ़ रज़ा साहब के इन्तक़ाल की ख़बर ने मुझ समेत तमाम नौजवानों को भी गहरा दुख पहुँचाया था| इसका कारण ये नहीं था कि रऊफ़ साहब अच्छे शायर थे या सीनियर शायर थे(वो तो और लोग भी हैं) बल्कि कारण...
View Articleरुपेश दुबे की किताब ‘बोल बच्चन’का एक अंश
पुस्तक मेले में रुपेश दुबे की किताब ‘बोल बच्चन’ खरीदी. इस किताब का आइडिया मुझे बहुत पसंद आया. अमिताभ बच्चन के संवादों के माध्यम से लिखी गई मोटिवेशनल किताब. बहुत दिलचस्प शैली में लिखी गई यह किताब बहुत...
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