अविमुक्त क्षेत्र (काशी) के मुक्त मेघों की प्रतीक्षा – भाग -1
प्रियंका नारायण बीएचयू की शोध छात्रा रही हैं। मिथकों पर अच्छा लिखती हैं। इस बार उन्होंने गल्प में मिथकीय काशी से वर्तमान काल के काशी की यात्रा की है। काशी की एक स्त्री छवि देखिए।यह उनकी पुस्तक ‘घन...
View Articleप्रकृति करगेती की कहानी ‘चमगादड़’
युवा लेखिका प्रकृति करगेती की कहानियों से हम भली भाँति परिचित हैं। उनको ‘राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।इस बार अरसे बाद स्मृति के सहारे एक अलग सा गल्पलोक रचती हुई आई हैं। यह...
View Articleईशान त्रिवेदी की कहानी ‘गुलाबी पेड़’
ईशान त्रिवेदी टीवी, फ़िल्मों की दुनिया के जाने पहचाने नाम हैं। आजकल उनकी लिखी वेबसीरिज़ सोनी पर दिखाई जा रही है ‘योर ऑनर’। वे अच्छे लेखक हैं। राजकमल प्रकाशन समूह से हाल में उनका उपन्यास प्रकाशित हुआ...
View Articleलाल्टू का ‘खंडहर एक सफ़र’
चित्र साभार:कविता कोश लाल्टू हिंदी के जाने माने कवि हैं, सामाजिक कार्यकर्ता हैं, अनुवादक हैं। इस बार उन्होंने गद्य में खंडहर का सफ़रनामा लिखा है। आप भी पढ़िए इस खंडहर होते समय में कुछ खंडहर यादें-...
View Articleनाटक कथा की प्रस्तुति प्रक्रिया: उथल पुथल की सृजनात्मकता
प्रवीण कुमार गुँजन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्र रहे हैं।अब बेगूसराय में थिएटर करते हैं। नाटक की तैयारी, प्रस्तुति को लेकर उन्होंने बड़ा रोचक लेख लिखा है-जानकी पुल ==================== चन्दन, कब...
View Articleसंतोष दीक्षित की कहानी ‘काल कथा’
संतोष दीक्षित की यह कहानी कोरोना काल के घटनाक्रम से बुनी एक रोचक कहनाई है। समय मिले तो पढ़िएगा- जानकीपुल (1) यह कथा वैसे तो मेरे शहर की है,...
View Articleपुतले का इतिहास और इतिहास का पुतला
प्रज्ञा मिश्रा का यह लेख अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों में चले रंगभेद विरोधी प्रदर्शनों को एक भिन्न नज़रिए से देखता है, इतिहास और इतिहास स्मारकों को एक अलग नज़रिए से। प्रज्ञा मिश्रा यू॰के॰ में रहती...
View Articleकविता शुक्रवार: हरि मृदुल की कविताएँ
उत्तराखंड में नेपाल और चीन बॉर्डर के गांव बगोटी में ४ अक्टूबर, १९६९ को जन्मे हरि मृदुल की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय प्राइमरी स्कूल में ही हुई। इसके बाद वह बरेली चले गए, जहां उन्होंने स्नातकोत्तर तक...
View Articleफ़्रेंच लेखिका आमेली नोतों के उपन्यास ‘एक अधूरा उपन्यास’का एक अंश
फ़्रेंच लेखिका आमेली नोतों के उपन्यास ‘hygiene and assassin’ का हिंदी अनुवाद प्रकाशित हुआ है ‘एक अधूरा उपन्यास’ शीर्षक से। राजपाल एंड संज से प्रकाशित यह उपन्यास पहले पंद्रह भाषाओं में प्रकाशित हो चुका...
View Articleकलिकथा: मंज़िल वाया बाइपास: यतीश कुमार
यतीश कुमार ने काव्यात्मक समीक्षा की अपनी विशेष शैली विकसित की और इस शैली में वे अनेक पुस्तकों की समीक्षाएँ लिख चुके हैं। इसी कड़ी में आज पढ़िए अलका सरावगी के उपन्यास ‘कलि कथा वाया बाइपास’(राजकमल...
View Articleउमा झुनझुनवाला की कहानी ‘दो औरतें’
उमा झुनझुनवाला नाटकों की दुनिया का जाना माना नाम हैं। वह नाटक और कहानियाँ लिखती भी हैं। यह उनकी एक कहानी है। आप भी पढ़िए- ================== दो औरतें साथ साथ थीं मगर कटी कटी-सी थीं। वजह ऐसी कोई ख़ास...
View Articleनिधि अग्रवाल की कहानी ‘यमुना बैंक की वह मेट्रो’
निधि अग्रवाल पेशे से डॉक्टर हैं। अच्छा लिखती हैं। पिछले दिनों उन्होंने जानकी पुल पर मैत्रेयी देवी के उपन्यास ‘न हन्यते’ पर जानकी पुल पर बहुत अच्छी टिप्पणी लिखी थी। आज उनकी एक दिलचस्प कहानी पढ़िए,...
View Articleशादियों के दिन महामारियों में बीत गए
युवा लेखक रविंद्र आरोही ने महामारी के इस दौर में इस स्मृति कथा के बहाने हम तमाम लोगों की स्मृतियों को जगा दिया है। आप भी पढ़िए- ====================================== इन खाली और विपद के दिनों में उन...
View Articleमृणाल पाण्डे की नई कथा ‘राजा का हाथी’
बहुत सारी बोध कथाएँ या तो प्रतापी राजाओं की लिखी गई या अताताई राजाओं की। ऐसी ही कुछ बोध कथाओं का प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे द्वारा पुनर्लेखन किया जा रहा है। लेकिन वे कथाएँ बच्चों को नहीं बड़ों को...
View Articleभुवनेश्वर: एक जीनियस लेखक की याद
भुवनेश्वर को सम्यक् रूप से समझने के लिए समीर कुमार पाठक का यह लेख अच्छा लगा। वे वाराणसी में प्राध्यापक हैं। लेख आपसे साझा कर रहा हूँ- ============================== भुवनेश्वर उन बिरले सृजनकर्मियों...
View Articleकविता शुक्रवार 3: कृष्ण कल्पित की सात कविताएँ
‘कविता शुक्रवार’ के तीसरे अंक में वरिष्ठ कवि कृष्ण कल्पित की कविताएं और देवीलाल पाटीदार के रेखांकन प्रस्तुत हैं। लिखने की अपनी बेबाक कहन-शैली से चर्चित रहे कवि-गद्यकार कृष्ण कल्पित का जन्म 30 अक्तूबर...
View Articleमदरसा -एजुकेशन के दिन
सुहैब अहमद फ़ारूक़ी पुलिस अधिकारी हैं लेकिन संजीदा शायर हैं और अच्छे गद्यकार भी हैं। हम पहले भी पातालकोट पर लिखी उनकी रिव्यू पढ़ चुके हैं। आज मदरसे में पढ़ने के उनके अनुभव पढ़िए। इससे मंडरा शिक्षा की...
View Articleइरशाद खान सिकंदर की कहानी ‘मदारी’
इरशाद ख़ान सिकन्दर जाने पहचाने युवा शायर हैं। वे उन शायरों में हैं जो गद्य भी अच्छा लिखते हैं। जैसे यह कहानी पढ़िए। एक अलग मिज़ाज की कहानी जो पूरी रवानी के साथ चलती है। आप भी पढ़िए- ===============...
View Articleमॉइग्रेंट्स : दृश्य नहीं, अदृश्य में दिखती बेबसी की नियति
जाने-माने लेखक, शायर संजय मासूम ने माइग्रेंट्स नाम से एक शॉर्ट फ़िल्म बनाई है। उसी पर यह टिप्पणी पढ़िए कवि -कला समीक्षक राकेश श्रीमाल की- ========================== लाकडाउन का लम्बा चला दौर, जो...
View Articleसमकालीन सिनेमा की दुनिया में हाशिए की जिंदगी
युवा शोधकर्ता आशीष कुमार ने एक अच्छा लेख लिखा है जिसमें उन्होंने यह देखने की कोशिश की है कि हाल की फ़िल्मों में हाशिए के जीवन का चित्रण किस तरह किया गया है। पढ़ने लायक़ लेख है-...
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