अशोक कुमार पांडेय के कविता संग्रह पर पवन करण की टिप्पणी
बरसों बाद अशोक कुमार पांडेय का कविता संग्रह प्रकाशित हुआ है ‘आवाज़-बेआवाज़’। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस संग्रह को पढ़कर उस पर यह विस्तृत टिप्पणी लिखी है जाने-माने कवि पवन करण ने। आप भी पढ़ सकते हैं-...
View Articleआलोक कुमार मिश्रा की कहानी ‘दूध की जाति’
आज पढ़िए युवा लेखक आलोक कुमार मिश्रा की कहानी ‘दूध की जाति’। हाल में इसी नाम से उनका कहानी संग्रह प्रकाशित हुआ है। पढ़िए न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन से प्रकाशित इस संग्रह की शीर्षक कहानी- मॉडरेटर...
View Articleविष्णु प्रभाकर की कहानी ‘धरती अब भी घूम रही है।’
पिछले कई दिनों से एक जज और उसके घर में लगने वाली आग और उससे जुड़े तमाम तथ्य खबरों में बने हुए हैं। विष्णु प्रभाकर जी ने बहुत पहले न्यायपालिका के भ्रष्टाचार पर यह कहानी लिखी थी जिसका शीर्षक है धरती अब...
View Article‘शुक्ल भी केवल अपने तरह के ही दिखाई पड़ते हैं, शुक्ल की तरह।’
लेखक-कवि विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलने पर यह टिप्पणी लिखी है अमेरिका प्रवासी प्रसिद्ध अंग्रेज़ी लेखक अमितावा कुमार ने। लेखक की अनुमति से हम इसका हिन्दी अनुवाद प्रकाशित कर रहे हैं। अनुवाद...
View Articleमनोहर श्याम जोशी के नाम अमृतलाल नागर का पत्र
आज मनोहर श्याम जोशी की पुण्यतिथि है। आज एक दुर्लभ पत्र पढ़िए। जो मनोहर श्याम जोशी को उनके गुरु अमृतलाल नागर ने लिखा था। अमृतलाल नागर को वे अपना गुरु मानते थे। पत्र का प्रसंग यह है कि 47 साल की उम्र में...
View Articleबिना अपनी परम्परा को जाने उससे विद्रोह की बात काफी निरर्थक लगती है- मनोहर...
मनोहर श्याम जोशी की पुण्यतिथि पर प्रस्तुत है यह साक्षात्कार जो सन 2004 में आकाशवाणी के अभिलेखगार के लिए की गई उनकी लंबी बातचीत का अंश है.यह बातचीत मैंने ही की थी। उसमें उन्होंने अपने जीवन के अनेक...
View Articleऔरंगजेब की लड़ाकू ब्राह्मण सरदारनी: विश्वास पाटिल
मराठी के प्रसिद्ध लेखक विश्वास पाटिल ने शिवाजी पर उपन्यास त्रयी लिखा है और ऐतिहासिक उपन्यासों में उनका बहुत ऊँचा मेयार है। आज पढ़िए उनका लिखा यह प्रसंग- मॉडरेटर ========================== औरंगजेब की...
View Articleइंसान, तकनीक और रचनात्मकता के बीच संबंध
प्रसिद्ध संस्कृतिकर्मी वाणी त्रिपाठी ने अपने कॉलम ‘जनहित में जारी सब पर भारी’ में इस बार स्टूडियो घिबली और चैट जीपीटी से जुड़े संवेदनशील मुद्दे को उठाया है, AI और कला के भविष्य के मुद्दे को उठाया है।...
View Articleदीप्ति कुशवाह की कविताएँ
आज पढ़िए दीप्ति कुशवाह की कविताएँ। समकालीन संदर्भों से युक्त इन कविताओं का अलग ही आस्वाद है। आप भी पढ़िए- 1, ओ एल एक्स बेच दे उंगलियाँ गोंच-गोंच कर कहा जा रहा है हमसे, बेच दे यादों के धागे से बुने...
View Articleअजय सोडानी की किताब ‘एक था जाँस्कर’का एक अंश
पेशे से डॉक्टर और दिल से विशुद्ध लेखक अजय सोडानी को हम उनकी यात्रा वृतांतों और यात्रा रिपोर्ताजों के लिए जानते हैं। हाल ही में उनकी एक नई किताब आयी है ‘एक था जाँस्कर“। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित अपनी...
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